Car Insurance: Diwali पर पटाखों से डैमेज हो गई कार, कैसे मिलेगा इंश्योरेंस क्लेम
Car Insurance Claim दिवाली के मौके पर बहुत से लोग पटाखे जलाते हैं। इसकी वजह से बहुत लोगों की कार डैमेज हो जाती है। जिसकी वजह से लोगों को काफी नुकसान का सामना करना पड़ जाता है। जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि पटाखों से डैमेज हुई कार के लिए आप इंश्योरेंस क्लेम किस तरह से ले सकते हैं।
ऑटो डेस्क, नई दिल्ली। दिवाली के पर्व को बहुत से लोग पटाखे (Diwali Crackers) जलाकर सेलिब्रेट करते हैं। इसकी वजह से कई बार लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ जाता है। इसमें घर में आग लगने से लेकर बाइक और कार डैमेज होना शामिल है। जिसे देखते हुए हम यहां पर आपको बता रहे हैं कि अगर दिवाली (Diwali 2024) के पर्व पर पटाखों से आपकी कार या बाइक डैमेज हो जाए तो आप किस तरह से उसपर इंश्योरेंस क्लेम ले सकते हैं। इसके साथ ही यह भी बता रहे हैं कि किस सिचुएशन में आपका इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्ट हो सकता है।
क्या है कार इंश्योरेंस पॉलिसी?
पटाखों से डैमेज कार इंश्योरेंस क्लेम लेने से पहले यह जान लेते हैं कि कार इंश्योरेंस पॉलिसी (Car Insurance Claim) क्या होती है। यह तीन तरीकों से होती है, इसमें थर्ड-पार्टी कार इंश्योरेंस, स्टैंडअलोन पॉलिसी (खुद की वजह से हुआ डैमेज) और कॉम्प्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस शामिल होती है। आग या ब्लास्ट की वजह से कार को होने वाले नुकसान को कॉम्प्रिहेंसिव और स्टैंडअलोन कार इंश्योरेंस पॉलिसी में कवर किया जाता है।
कार डैमेज होते ही क्या करें?
अगर आप अपनी डैमेज कार के लिए कवर लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होगा। सबसे पहले जब आप कार को डैमेज देखे तो तुरंत ही कार इंश्योरेंस कंपनी और एजेंट को इसकी जानकारी दें। इससे आपको जल्दी मदद मिल सकती है और इंश्योरेंस पॉलिसी वाला एजेंट तुरंत इसके लिए अरेंजमेंट कर पाएगा।जरूर करें FIR
जब आप अपनी कार डैमेज हो जाए तो उसके बाद उसकी FIR जरूर दर्ज करवाएं। पुलिस का इसकी जानकारी जरूर दें। पुलिस पूरी डिटेल्स लेने के बाद FIR दर्ज करेगा। दरअसल, हल्की कार डैमेज होने पर भी इंश्योरेंस कंपनियां FIR मांगती है, इससे उन्हें एक्सीडेंट की तारीख, टाइम और जगह की सही जानकारी जानने में मदद मिलती है।
ऐसे मिलता है इंश्योरेंस क्लेम
इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से जब इंस्पेक्शन पूरा हो जाता है और आपका क्लेम सही है तो इसके बाद इंश्योरेंस एजेंट डॉक्यूमेंटेशन का काम शूरू कर देता है। डॉक्यूमेंटेशन पूरा हो जाने के बाद, इंश्योरेंस एजेंट क्लेम कवर कर देता है।क्यों होता है इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्ट?
- कार की बैटरी से निकली चिंगारी और इलेक्ट्रिक वायरिंग सिस्टम में खराबी होने की वजह से काम में आग लग जाती है तो कवर क्लेम रिजेक्ट कर दिया जाता है।
- AC या LPG गैस किट को चेंज करते समय या सेटिंग के दौरान गलती होने पर आग लगती है तो इंश्योरेंस कंपनी की तरफ से क्लेम रिजेक्ट कर दिया जाता है।
- कार में इंटरनल इशू, ऑयल लीक या ओवरहीटिंग जैसी समस्या की वजह से कार को होने वाले नुकसान को भी इंश्योरेंस कंपनी कवर क्लेम को रिजेक्ट कर देती है।