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    Bihar News: धान खरीद में बड़ा 'खेल', जमीनी स्तर पर शून्य खरीद और रिपोर्ट में दिखाया 25 MT

    Updated: Tue, 02 Dec 2025 03:15 PM (IST)

    बेगूसराय के छौड़ाही प्रखंड में धान खरीद को लेकर विरोधाभास सामने आया है। पैक्स अध्यक्षों के अनुसार 1 दिसंबर तक कोई खरीद नहीं हुई, जबकि सरकारी रिपोर्ट म ...और पढ़ें

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    धान खरीदी में हो रहा 'खेल'। (जागरण)

    बलबंत चौधरी, छौड़ाही (बेगूसराय)। छौड़ाही प्रखंड क्षेत्र में सरकारी स्तर पर धान खरीद को लेकर बड़ा विरोधाभास उजागर हुआ है।

    एक ओर जहां प्रखंड के विभिन्न पैक्स अध्यक्षों ने साफ कहा कि एक दिसंबर तक एक किलो भी धान की खरीद नहीं हुई है, वहीं दूसरी ओर प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी द्वारा जिला कार्यालय को भेजी गई रिपोर्ट में 30 नवंबर तक 250 क्विंटल यानी 25 एमटी धान खरीद दिखा दी गई है। जमीनी हकीकत और कागजी रिपोर्ट के बीच इस भारी अंतर ने किसानों को हैरान और नाराज कर दिया है।

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    किस पैक्स को कितना मिला लक्ष्य

    सहूरी पैक्स अध्यक्ष काला देवी ने बताया कि उन्हें पहले लाट में 422.25 क्विंटल, शाहपुर पैक्स अध्यक्ष अनुराग आनंद को 427.5 क्विंटल, सावंत पैक्स अध्यक्ष रजनीश कुमार को 427 क्विंटल, अमारी पैक्स अध्यक्ष को 427.5 क्विंटल, परोरा पैक्स अध्यक्ष उमेश यादव को 250 क्विंटल, एकंबा पैक्स अध्यक्ष राजेश कुमार सिंह के अनुसार उन्हें 400 क्विंटल धान खरीद का लक्ष्य जिला द्वारा मिला है।

    नारायणपीपड़ पैक्स अध्यक्ष भगवान लाल यादव ने बताया कि उनको अभी तक सीसी मिलना बाकी है। इससे खरीद शुरू नहीं हो सकेगी। वहीं ऐजनी, मालपुर और सिहमा पैक्स अध्यक्ष अनुपस्थित रहे और इनके गोदाम बंद पाए गए। इनके मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, परंतु उन्होंने रिसीव नहीं किया।

    पैक्स अध्यक्षों ने बताया कि अभी तक एक किलो धान भी नहीं खरीदी गई है। गोदाम की साफ सफाई चल रही है। प्रक्रिया पूरी होते ही एक-दो दिनों के भीतर खरीद शुरू होगी।

    जिला भेजी रिपोर्ट पर उठे सवाल

    इसके विपरीत प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी की ओर से जिला में भेजी गई रिपोर्ट में 250 क्विंटल खरीद का उल्लेख है। जबकि जमीनी स्तर पर एक कनमा भी खरीद का रिकॉर्ड किसी भी धन कर केंद्र पर नहीं मिला है। किसान इसे कागजी खरीद का मामला बताते हुए जांच की मांग कर रहे हैं।

    अभिषेक कुमार, लाल बिहारी प्रसाद, मनोहर कुमार समेत दर्जनों धान उत्पादक किसानों का कहना है कि एक तो मौसम ने साथ नहीं दिया और आधा धन बर्बाद हो गया। बचा धान तैयार करके रखे हैं, परंतु सरकारी क्रय केंद्र शुरू नहीं हो पाई है। किसानों ने बताया कि अभी 14 सौ से 16 सौ रुपये क्विंटल अच्छी किस्म का धान बिचौलिया खरीद रहे हैं।

    हम किसानों की मजबूरी है कि रवि फसल खेत में लगाना है जो दाम मिल रहा है उस पर बेच रहे हैं। सरकारी धान क्रय केंद्र बंद, खरीद बंद और रिपोर्ट में खरीद पूरी। यह किसानों के साथ सीधा छल है। किसानों ने जिला प्रशासन से तत्काल जांच कर तथ्य उजागर करने तथा जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है।

    इस संबंध में जब बीसीओ से मोबाइल पर संपर्क करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया। मैसेज का भी जवाब नहीं दिया। इससे पूरे प्रकरण पर और भी सवाल खड़े हो गए हैं।

    मालूम हो कि सरकार द्वारा घोषित 2025-26 खरीफ मौसम के लिए सरकारी समर्थन मूल्य आम धान का 2369 रुपये प्रति क्विंटल एवं ग्रेड-ए धान का 2389 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। यानी बिचौलिए सात सौ रुपये से ज्यादा प्रति क्विंटल लाभ कमा रहे हैं और किसान औने पौने दाम धान बेचकर परिवार चलाने एवं अगली खेती करने को विवश हैं।