Bihar Election Result 2025: जीतनराम मांझी की बहू और समधन दोनों जीतीं, इमामगंज और बाराचट्टी में 'खेला'
गयाजी जिले में विधानसभा चुनाव परिणामों ने महिला नेतृत्व को मजबूती दी है। बेलागंज, बाराचट्टी और इमामगंज में एनडीए की महिला प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। मनोरमा देवी, ज्योति मांझी और दीपा मांझी की जीत ने एनडीए के दबदबे को बढ़ाया है। इन महिला नेताओं की जीत ने 'आधी आबादी-पूरी जिम्मेदारी' के नारे को साकार किया है और जिले की राजनीति को नई दिशा देने का संकेत दिया है।

जागरण संवाददाता, गयाजी। बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम में इस बार गयाजी जिले ने महिला नेतृत्व की मजबूती को नए सिरे से साबित किया। जिले की तीन प्रमुख विधानसभा सीटों में बेलागंज, बाराचट्टी और इमामगंज पर महिला प्रत्याशियों ने शानदार जीत दर्ज की है। इन तीनों सीटों से एनडीए ने जीत हासिल कर जिले में अपना दबदबा और मजबूत किया है।
बेलागंज विधानसभा सीट से एनडीए समर्थित जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी ने कड़े मुकाबले में जीत हासिल की। उन्हें 95,685 वोट मिले और उन्होंने महागठबंधन के राजद प्रत्याशी विश्वनाथ कुमार सिंह को 2,882 वोट से हराया। मतगणना के दौरान रुझान कई बार बदलते रहे, लेकिन अंतिम चरण में मनोरमा देवी की बढ़त पक्की हो गई।
इसी तरह एनडीए के समर्थित हम पार्टी के टिकट पर मां-बेटी ज्योति मांझी और दीपा मांझी ने भी शानदार प्रदर्शन किया। बाराचट्टी विधानसभा से ज्योति मांझी ने 1,08,271 वोट के साथ 8,893 वोट से राजद प्रत्याशी तनुश्री कुमारी को पराजित किया। राजद प्रत्याशी को 99,378 वोट प्राप्त हुए। पूरे क्षेत्र में महिला मुकाबले को लेकर अलग ही उत्सुकता रही और अंत में ज्योति के नाम पर जीत की मुहर लगी।
इमामगंज विधानसभा से दीपा मांझी ने बड़ी बढ़त के साथ जीत हासिल की। उन्हें 1,04,861 वोट मिले, जबकि महागठबंधन की राजद प्रत्याशी रितु प्रिया चौधरी को 79,005 वोट मिले। 25,856 वोट की भारी बढ़त ने यह स्पष्ट कर दिया कि इमामगंज में दीपा मांझी का जनाधार बेहद मजबूत रहा।
इन दोनों जीतों का राजनीतिक महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि ज्योति मांझी हम पार्टी के संरक्षक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की समधन, जबकि दीपा मांझी उनकी बहू हैं। वहीं, हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं बिहार सरकार के मंत्री डॉ. संतोष कुमार सुमन के लिए भी यह चुनावी जीत खास है। ज्योति मांझी उनकी सास और दीपा मांझी उनकी पत्नी हैं।
हम पार्टी छह सीटों पर मैदान में उतरी थी, जिनमें से पांच पर जीत दर्ज कर उसने अपनी ताकत सिद्ध कर दी। कुल मिलाकर गयाजी जिले की 10 में से 8 सीटों पर एनडीए की जीत हुई और इनमें से तीन सीटें महिला उम्मीदवारों ने जीतीं। जिले में यह चुनाव परिणाम साबित करता है कि नीतीश सरकार का आधी आबादी-पूरी जिम्मेदारी का नारा यहां पूरी तरह उतरा है। महिला नेतृत्व की यह तिहरी जीत आने वाले वर्षों में जिले की राजनीति को नई दिशा देगी।

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