बुलेट और पल्सर की टक्कर ने चार परिवारों को तोड़ दिया, दो दोस्तों की मौत से गांव में मातम
धनतेरस पर खरीदी गई नई बाइक पर सवार दो दोस्तों की सड़क हादसे में मौत हो गई। तेज रफ्तार के कारण बाइक पेड़ से टकरा गई, जिससे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर है और मृतकों के परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है।

जागरण संवाददाता, गोपालगंज। बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के बनकट्टी और खैरा आजम गांव के बीच मंगलवार की देर शाम स्टेट हाईवे-90 पर दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। आमने-सामने हुई बुलेट और पल्सर बाइक की जोरदार टक्कर में दो युवकों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि दो गंभीर रूप से घायल हैं। यह टक्कर इतनी भयावह थी कि दोनों बाइकें चकनाचूर हो गईं और चार परिवारों की खुशियां मातम में बदल गईं।
हादसे में विशुनपुरा कोठी निवासी अर्जुन महतो के पुत्र कुंदन उर्फ बबलू महतो (21) और संतोष साह के पुत्र वीरेंद्र कुमार उर्फ कल्लू कुमार (18) की मौत हो गई। वहीं महम्मदपुर थाना क्षेत्र के सल्लेपुर निवासी भारत भूषण तिवारी (30) और उनके चचेरे भाई निहाल कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। दोनों को गंभीर अवस्था में सदर अस्पताल गोपालगंज में भर्ती कराया गया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों बाइकें तेज रफ्तार में थीं। खैरा आजम मोड़ के पास आमने-सामने की भिड़ंत इतनी जबरदस्त थी कि कुंदन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कल्लू ने अस्पताल पहुंचने से पहले दम तोड़ दिया। घटना के बाद हाईवे पर अफरातफरी मच गई।
धनतेरस पर खरीदी थी नई बुलेट, अब लौटा शव लेकर घर
मृतक कुंदन ने कुछ ही दिन पहले धनतेरस के अवसर पर अपनी नई बुलेट बाइक खरीदी थी। स्वजन के अनुसार, मंगलवार को वह अपने रिश्तेदार के घर बनकट्टी जा रहा था। वही यात्रा उसकी आखिरी साबित हुई। कुंदन अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था और मजदूरी कर परिवार का पेट पालता था।
उसकी पांच बहनों आरती, सरोज, प्रतिमा, रागिनी और मनीषा का रो-रोकर बुरा हाल है। उसकी मां शांति देवी बेटे की मौत की खबर सुनकर बेसुध हो गईं।
इसी तरह, मृतक कल्लू कुमार भी अपने मां-बाप के इकलौते बेटे थे। मां राजकली देवी और तीन बहनों रानी, रूबी और सृष्टि का रो-रोकर बुरा हाल है। दोनों परिवारों में कोहराम मचा हुआ है।
पोस्टमार्टम के बाद गांव में मचा कोहराम
पोस्टमार्टम के बाद जब दोनों युवकों के शव गांव पहुंचे तो चीख-पुकार से माहौल गूंज उठा। स्वजन के चीत्कार से गांव का हर शख्स नम आंखों से सन्न रह गया। कई घरों में चूल्हे तक नहीं जले। स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण दोनों परिवारों को ढांढस बंधाने पहुंचे।
स्पीड ब्रेकर नहीं, रफ्तार बन रही मौत का कारण
ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि स्टेट हाईवे-90 पर तत्काल स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं, चेतावनी बोर्ड लगाए जाएं और पुलिस गश्त बढ़ाई जाए। लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर तेज रफ्तार का आतंक कई परिवारों को उजाड़ चुका है।

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