Bihar Politics: '...तो बुलडोजर हमारी लाश से होकर गुजरेगा', नीतीश सरकार को पप्पू यादव ने दी खुली चुनौती
पप्पू यादव ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा कि अगर 5 तारीख को किसी का घर तोड़ा गया तो वे बुलडोजर के सामने खड़े रहेंगे। उन्होंने सरक ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बिहारशरीफ। रहुई प्रखंड के शिवनंदन नगर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई और विस्थापन के डर के बीच सहमे महादलित परिवारों से मिलने मंगलवार को पूर्णिया सांसद पप्पू यादव पहुंचे। पीड़ितों की हालत देखकर सांसद भड़क उठे और केंद्र तथा राज्य सरकार दोनों पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने प्रशासन को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 5 तारीख को गरीबों के घर तोड़े गए, तो बुलडोजर हमारी लाश पर से होकर गुजरेगा। सांसद ने तत्काल राहत के रूप में 8 पीड़ित परिवारों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक मदद भी प्रदान की।
चार पुश्त से रह रहे लोग, अब याद आया कि जमीन अवैध है?
पप्पू यादव ने प्रशासन के रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिवनंदन नगर के परिवार यहां चार से पांच पीढ़ियों से रह रहे हैं। इसी जमीन पर सरकार ने इंदिरा आवास बनवाया, सड़क बनाई, बिजली कनेक्शन दिया और लोग वर्षों से बिजली बिल भर रहे हैं।
उन्होंने पूछा कि अगर जमीन अवैध थी, तो सरकार ने यहां पैसे क्यों लगाए? अब उस सरकारी फंड की बर्बादी की जिम्मेदारी कौन लेगा?
उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग कोर्ट गए हैं वे खुद गैर-मजरूआ जमीन पर कब्जा किए बैठे हैं, लेकिन प्रशासन का बुलडोजर केवल गरीबों, दलितों और अति पिछड़ों के घरों पर चल रहा है।
दूसरी पंचायत नहीं, इसी पंचायत में 5 डिसमिल जमीन दी जाए
पप्पू यादव ने पुनर्वास की व्यवस्था को मज़ाक बताते हुए कहा कि प्रशासन पीड़ितों को सिर्फ 2–3 डिसमिल जमीन दे रहा है,वो भी दूसरी पंचायत में। नदी किनारे, जहां पहले से लोगों का कब्जा है। उन्होंने पूछा कि वहां जाकर ये गरीब गोली खाएंगे क्या?
सांसद ने कहा कि बगल में ही 50–100 एकड़ गैर-मजरूआ जमीन खाली पड़ी है, उसी पंचायत में हर परिवार को 5 डिसमिल जमीन और घर बनाने का पैसा देकर फिर उचित पुनर्वास किया जाए।
दलित नेताओं पर भी साधा निशाना
सांसद पप्पू यादव ने एनडीए के सहयोगी दलों के नेताओं को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा का नाम लेते हुए कहा कि जाति के नाम पर वोट मत लीजिए। आज जब गरीबों का आशियाना छीना जा रहा है, तब आप चुप क्यों हैं? दलित और शोषित परिवारों की सुध लेने वाला कोई क्यों नहीं है?
सड़क से लेकर संसद तक लड़ाई का एलान
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उन्हें विशेष रूप से यहां भेजा है, और वे इस पूरे मामले को संसद में उठाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि बिना उचित पुनर्वास के अगर किसी का घर तोड़ा गया, तो बड़ा आंदोलन होगा। पेरिस बनाने के नाम पर गरीबों को उजाड़ा जा रहा है। बिना इकोनॉमी मजबूत किए शहर नहीं बसते।

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