Supaul Pipra Rail Line: 20 लाख लोगों को मिलेगा फायदा, मार्च 2025 तक सुपौल से पिपरा तक दौड़ेगी रेल
सुपौल-पिपरा रेलखंड पर 31 मार्च 2025 तक ट्रेनें चलने लगेंगी। सांसद दिलेश्वर ने इसकी घोषणा की है। सुपौल से पिपरा बाजार तक रेल पटरी बिछाने और पुल-पुलिया निर्माण का काम अंतिम चरण में है। पिपरा और त्रिवेणीगंज के बीच एक पुल का निर्माण भी तेजी से चल रहा है। समय पर पुल निर्माण हो जाता है तो त्रिवेणीगंज तक भी रेल का परिचालन 31 मार्च तक शुरू कर दिया जाएगा।
संवाद सूत्र, पिपरा (सुपौल)। सुपौल-अररिया-गलगलिया रेलखंड (Supaul Araria Galgalia Rail Line) पर सुपौल से पिपरा बाजार तक ट्रेन का परिचालन 31 मार्च 2025 तक शुरू होने की संभावना प्रबल है। पिपरा-त्रिवेणीगंज के बीच पुल का निर्माण उससे पहले हो गया तो त्रिवेणीगंज तक भी 31 मार्च से ही ट्रेन परिचालन आरंभ हो सकता है। सुपौल सांसद दिलेश्वर कामैत ने उक्त बातें कही। इसे पिपरा-त्रिवेणीगंज सहित सुपौल जिले के रेल यात्रियों में हर्ष व्याप्त है।
बता दें कि सुपौल-अररिया-गलगलिया नई रेल परियोजना के अधीन निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। सुपौल से पिपरा बाजार तक रेल पटरी बिछाने से लेकर पुल-पुलिया निर्माण का कार्य अंतिम चरण में है। सांसद दिलेश्वर कामैत ने कहा है कि 31 मार्च 2025 से पहले सुपौल से पिपरा तक रेल का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। इसकी प्रबल संभावना है। उन्होंने यह भी कहा कि पिपरा और त्रिवेणीगंज के बीच एक पुल का निर्माण तेज गति से चल रहा है।
त्रिवेणीगंज तक जल्द शुरू होगा रेल का परिचालन
उन्होंने कहा, समय पर पुल निर्माण हो जाता है तो त्रिवेणीगंज तक भी रेल का परिचालन 31 मार्च तक आरंभ कर दिया जाएगा। अन्यथा उसके दो महीने बाद जून तक त्रिवेणीगंज तक भी रेल का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल 31 मार्च तक संभावित ट्रेन का परिचालन सुपौल से पिपरा तक किए जाने को लेकर नई रेल लाइन पर कार्य की गति बढ़ा दी गई है।इसे लेकर स्थानीय लोग काफी खुश दिख रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहली बार सुपौल-पिपरा रेलखंड पर ट्रेन की सिटी सुनने के लिए अबतक व्याकुल हैं।
20 लाख की आबादी को मिलेगी लाभ
उक्त रेलखंड पर ट्रेन परिचालन शुरू होने से लगभग 20 लाख से अधिक आबादी लाभान्वित होगी। सुपौल के त्रिवेणीगंज, पिपरा सहित आसपास व अररिया जिले के रेलयात्रियों को भी बड़ी सहूलियत होगी।दरअसल, इस रूट में अब तक रेल सेवा शुरू नहीं होने की वजह से यात्रियों को बस, ऑटो या अन्य साधनों से ही लंबी व कम दूरी के लिए यात्रा करनी पड़ती है। ऐसे में आवागमन पर लोगों के खर्च भी अधिक होते हैं। ट्रेन परिचालन से आवाजाही सुलभ होने के साथ ही क्षेत्र में रोजगार के भी अवसर होंगे।
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