Adani Group पर अमेरिका में धोखाधड़ी का मुकदमा, शेयरों में भारी गिरावट; अदाणी ग्रुप ने कहा- सभी आरोप निराधार
अरबपति कारोबारी गौतम अदाणी और उनके अदाणी ग्रुप की कुछ फर्मों पर अमेरिका में धोखाधड़ी और रिश्वत देने के आरोप लगे हैं। इन आरोपों के मुताबिक अदाणी ग्रुप ने भारत में सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट लेने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे हैं। इस खबर के बाद अदाणी ग्रुप के सभी शेयरों में भारी गिरावट आई है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। अरबपति कारोबारी और अदाणी ग्रुप के मालिक गौतम अदाणी पर अमेरिका में धोखाधड़ी और रिश्वत देने के आरोप लगे हैं। इसमें गौतम अदाणी के अतिरिक्त 7 अन्य लोग भी आरोपी हैं। इस खबर का अदाणी ग्रुप के स्टॉक के शेयर मार्केट पर भी काफी नकारात्मक असर हुआ है।
अदाणी ग्रुप के ज्यादातर स्टॉक 10 से लेकर 20 फीसदी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। इससे ओवरऑल शेयर मार्केट का सेंटिमेंट भी खराब हुआ। सेसेंक्स और निफ्टी, दोनों ने आधा फीसदी से अधिक का गोता लगाया है।
अदाणी ग्रुप ने धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोपों पर बयान जारी करके सफाई दी है। ग्रुप का कहना है कि अदाणी ग्रीन के निवेशकों पर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है। अदाणी ग्रुप ने यह भी कहा कि वह नियमों का पूरी तरह पालन करता है और अपने सभी कानूनी विकल्पों पर विचार करेगा।
अदाणी ग्रुप पर क्या आरोप हैं?
अदाणी ग्रुप के खिलाफ पूरा मामला अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा है। इस मामले को अमेरिकी अदालत में 24 अक्टूबर 2024 को दर्ज किया गया, जिसकी सुनवाई बुधवार को हुई। यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस का कहना है कि अदाणी ग्रुप ने भारत में सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट लेने के लिए भारतीय अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर यानी करीब 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी या देने की योजना बना रहे हैं। इससे अदाणी ग्रुप को अगले 20 साल में कथित तौर पर 2 अरब डॉलर का फायदा होने का अनुमान था।
अदाणी पर आरोप है कि रिश्वत के पैसों को जुटाने के लिए अमेरिकी, विदेशी निवेशकों और बैंकों से झूठ बोला। अमेरिका में मामला इस वजह से दर्ज हुआ, क्योंकि प्रोजेक्ट में अमेरिकी निवेशकों का पैसा लगा है। अमेरिकी कानून के मुताबिक, उस पैसे को रिश्वत के रूप में देना अपराध है।