क्या शेयर बाजार पर बरस रही मां लक्ष्मी की कृपा? पिछली दीवाली के बाद से कितना मिला रिटर्न
भारत में प्रमुख त्योहारों पर शेयर बाजार में कारोबार नहीं होता। लेकिन हर साल दीवाली पर स्टॉक मार्केट में खास मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) की परंपरा है। इस साल भी दीवाली के मौके पर 1 नवंबर को खास मुहूर्त ट्रेडिंग होगी। इसका मकसद है कि निवेशकों पर धन की देवी मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। और वाकई में शेयर बाजार मां लक्ष्मी की कृपा बरस रही है।
राजीव कुमार, नई दिल्ली। दीवाली पर निवेशक शुभ मुहूर्त में बाजार में ट्रेडिंग करते हैं, ताकि मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे। वाकई में बाजार पर मां लक्ष्मी की कृपा बरस रही है। पिछली दीवाली से लेकर अब तक बाजार में लगभग 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी दिख रही है। सेंसेक्स 62,000 से 80,000 अंक को पार कर गया है।
वहीं, इक्विटी म्यूचुअल फंड ने तो पिछले एक साल में 50 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। एचडीएफसी डिफेंस फंड और एलआईसी एमएफ इन्फ्रा फंड ने तो पिछले एक साल में क्रमश: 73 और 65 प्रतिशत का रिटर्न दिया है।
हालांकि पिछले एक साल में कुछ चुनिंदा शहरों के प्रॉपर्टी बाजार ने भी 30 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है, लेकिन बाजार और म्युचुअल फंड का रिटर्न सभी निवेशकों के लिए एक समान है चाहे वह गांव में या फिर दिल्ली-मुंबई में रहकर निवेश कर रहा हो।
म्यूचुअल फंड एक संपदा के रूप में विकसित हो रहा है, जो छोटे शहरों के छोटे निवेशकों को काफी लुभा रहा है। तभी 10 साल पहले यानी कि 2014 में म्यूचुअल फंड एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 10 लाख करोड़ था जो अब 60 लाख करोड़ को छूने जा रहा है।
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चार साल 6 गुना बढ़े डीमैट अकाउंट
बाजार के रिटर्न का ही आकर्षण है कि अब देश में 18 करोड़ लोगों के पास डीमैट खाते हैं जबकि मात्र चार साल पहले डीमैट खाता रखने वालों की संख्या सिर्फ 3.6 करोड़ थी। यह बाजार के रिटर्न का ही आकर्षण है कि निवेशकों में 22 प्रतिशत महिलाएं हैं और 69 प्रतिशत निवेशक 40 साल से कम उम्र के हैं। इक्विटी संबंधित किसी भी प्रकार के निवेश के लिए डीमैट खाते की जरूरत होती है।पीएचडी चैंबर आफ कामर्स के मुख्य अर्थशास्त्री एसपी शर्मा का मानना है कि बाजार का रिटर्न बढ़ेगा ही, कम नहीं होगा। वर्ष 2001 में निफ्टी 1000 अंक पर था, जो अभी 25,000 को पार कर रहा है। लांग टर्म निवेश में बाजार कम से कम हर साल 15 प्रतिशत हिसाब से रिटर्न जरूर दे रहा है। जानकारों का कहना है कि 20-25 साल पहले प्रापर्टी बाजार में निवेश करने वाले दो-तीन साल में दोगुने का लाभ कमा रहे थे जो अब म्यूचुअल फंड में हो रहा है।