हुंडई का आईपीओ से पहले बड़ा एलान, 2032 तक भारत में करेगी 32 हजार करोड़ का निवेश
हुंडई मोटर इंडिया अगले 8 साल के दौरान भारत में 32 हजार करोड़ का निवेश करेगी। यह रकम भविष्य की पूंजीगत आवश्यकताओं पर खर्च की जाएगी। इसमें संयंत्रों संपत्ति और उपकरणों की खरीदारी शामिल हैं। साथ ही पैसेंजर व्हीकल के नए मॉडल की लॉन्चिंग से संबंधित असेट की खरीदारी की भी जाएगी। ब्रोकरेज ने हुंडई के मार्केट शेयर और ग्रोथ को देखते हुए आईपीओ सब्सक्राइब करने की सलाह दी है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने जा रही कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) वर्ष 2032 तक भारत में करीब 32 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। कंपनी का कहना है कि वर्ष 2030 तक देश के इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार में मजबूत और स्थिर वृद्धि रहने की उम्मीद है।
कंपनी की ओर से सेबी के पास जमा किए गए आईपीओ दस्तावेजों के अनुसार, यह राशि भविष्य की पूंजीगत आवश्यकताओं पर निवेश की जाएगी। इसमें संयंत्रों, संपत्ति और उपकरणों की खरीदारी शामिल हैं। इसके अलावा, यात्री वाहनों के नए मॉडल की लॉन्चिंग से संबंधित अमूर्त संपत्ति की खरीदारी की जाएगी।
7.75 लाख गाड़ियों का प्रोडक्शन
आईपीओ दस्तावेजों के मुताबिक, 30 जून 2024 को समाप्त तिमाही में कंपनी ने 559 करोड़ रुपये की संपत्ति, संयंत्र और उपकरणों की खरीदारी की थी। हुंडई मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक उनसू किम का कहना है कि स्थानीय बाजार पर विभिन्न कंपनियों के बढ़ते फोकस और मजबूत सरकारी समर्थन के कारण ईवी बाजार में बढ़ोतरी होगी।
किम ने कहा कि एचएमआईएल के पास वैश्विक बैटरी टेक्नोलॉजी तक पहुंच है। इसलिए हम एक ईवी इकोसिस्टम विकसित कर रहे हैं। कंपनी ने इस वर्ष 7.75 लाख वाहनों के उत्पादन का लक्ष्य रखा है जो पिछले वर्ष की 7.65 लाख इकाई से ज्यादा है।
कंपनी 27,870 करोड़ रुपये का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) लाने जा रही है। 22 अक्टूबर को कंपनी के शेयर बाजारों में सूचीबद्ध हो सकते हैं। कंपनी ने आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 1,865-1,960 रुपये प्रति शेयर तय किया है।