Move to Jagran APP

Gold Prices: सोने की कीमतों में जोरदार उछाल, बड़ी गिरावट के किस वजह से चढ़े दाम?

डोनाल्ड ट्रंप की राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद सोने की कीमतों में करीब 5 हजार रुपये की गिरावट आई थी। हालांकि अब एक बार फिर सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 1400 रुपये उछलकर 79300 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। आइए जानते हैं कि सोने की कीमतों में उछाल क्यों आ रहा है।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Thu, 21 Nov 2024 06:03 PM (IST)
Hero Image
चांदी 93,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही।
पीटीआई, नई दिल्ली। सोने की कीमतों में एकबार फिर उछाल देखने को मिल रहा है। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की ताजा खरीदारी के कारण गुरुवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत 1,400 रुपये उछलकर 79,300 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।

पिछले सत्र में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली कीमती धातु 77,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। हालांकि, गुरुवार को चांदी 93,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही। बुधवार को 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 77,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के पिछले बंद भाव के मुकाबले 1,400 रुपये बढ़कर 78,900 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।

इस बीच, एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी वाले सोने के अनुबंध की कीमत 568 रुपये या 0.75 प्रतिशत की तेजी के साथ 76,602 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई।

क्यों बढ़ रहे हैं सोने के भाव

एलकेपी सिक्योरिटीज में कमोडिटी और करेंसी के वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी ने कहा, "भू-राजनीतिक तनावों ने सुरक्षित निवेश की मांग को फिर से जगा दिया है। साथ ही, रूस-यूक्रेन संघर्ष में परमाणु जोखिमों पर नई चिंताएं भी बढ़ गई हैं। इससे सोने की कीमतों में उछाल आया है।"

त्रिवेदी ने कहा कि भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के कारण अल्पावधि में सोने की कीमतों में काफी उतार-चढ़ाव का अनुमान है। दिसंबर डिलीवरी के लिए चांदी के अनुबंध एमसीएक्स पर 318 रुपये या 0.35 प्रतिशत बढ़कर 90,407 रुपये प्रति किलोग्राम हो गए। वैश्विक स्तर पर, कॉमेक्स सोना वायदा 19.80 डॉलर प्रति औंस या 0.74 प्रतिशत बढ़कर 2,695.40 डॉलर प्रति औंस हो गया।

रूस-यूक्रेन तनाव ट्रिगर प्वाइंट

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा, "रूस और यूक्रेन के बीच संकट के बढ़ने के बाद निवेशकों के सुरक्षित निवेश की ओर लौटने से सोने में तेजी आई। हाल ही में अमेरिका निर्मित लंबी दूरी की मिसाइलों के हमले के बाद, यूक्रेन ने रूसी क्षेत्र में ब्रिटेन निर्मित मिसाइलों को तैनात किया है।"

यूक्रेन ने गुरुवार को कहा कि रूस ने देश के मध्य-पूर्व में नीपर शहर को निशाना बनाते हुए रात भर एक अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की। अगर इसकी पुष्टि होती है, यह पहली बार होगा जब मास्को ने युद्ध में इस तरह की मिसाइल का इस्तेमाल किया है। इस घटनाक्रम ने व्यापक संकट की संभावना को बढ़ा दिया है, जिससे सुरक्षित पनाहगाह परिसंपत्ति के रूप में सोने की मांग में वृद्धि हुई है।

यह भी पढ़ें : Rupee vs Dollar: डॉलर के मुकाबले नए निचले स्तर आया रुपया, क्या हैं इसके फायदे और नुकसान?