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    Mutual Fund Investment: सही म्यूचुअल फंड कैसे चुनें? एक्सपर्स्ट से समझें वो 6 जरूरी बातें, जो आपको पता होनी चाहिए

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 05:20 PM (IST)

    म्यूचुअल फंड में निवेश आजकल आम है, पर सही फंड चुनना मुश्किल है। ज्यादातर लोग सिर्फ रिटर्न देखकर फैसला करते हैं, जो कि अधूरा है। निवेश का लक्ष्य, रिस्क लेने की क्षमता और फंड का ट्रैक रिकॉर्ड देखना ज़रूरी है। आशियाना फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ अनिरुद्ध गुप्ता के अनुसार, एयूएम, फंड की उम्र, खर्च अनुपात, अल्फा, बीटा और टर्नओवर रेश्यो जैसे 6 पहलुओं पर ध्यान देना चाहिए। म्यूचुअल फंड शेयर बाजार में सीधे निवेश का एक सुरक्षित विकल्प है।

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    सही म्यूचुअल फंड कैसे चुनें? एक्सपर्स्ट से समझें वो 6 जरूरी बातें, जो आपको पता होनी चाहिए

    नई दिल्ली| म्यूचुअल फंड में निवेश करना अब आम बात हो गई है, लेकिन सही फंड चुनना अब भी बहुतों के लिए मुश्किल है। ज्यादातर लोग सिर्फ 3 से 5 साल का रिटर्न देखकर फैसला लेते हैं, लेकिन क्या इतना काफी है? असल में, फंड चुनते वक्त कई अहम बातें ध्यान में रखनी होती हैं- जैसे आपके निवेश का लक्ष्य, रिस्क लेने की क्षमता, और फंड का ट्रैक रिकॉर्ड। अगर आप सही पॉइंट्स समझ जाएं, तो म्यूचुअल फंड (Mutual Fund Investment Tips) से बेहतर और सुरक्षित रिटर्न हासिल करना आसान हो सकता है। अब सवाल है आखिर कौन से हैं वो 6 जरूरी बातें, जिस पर आपका ध्यान देना जरूरी है? तो इस बारे में बता रहे हैं आशियाना फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ अनिरुद्ध गुप्ता। चलिए समझते हैं।

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    निवेश से पहले इन 6 बातों को ध्यान देना जरूरी

    1. AUM (Assets Under Management): फंड का AUM कम-से-कम 1000 करोड़ रुपए होना चाहिए। छोटा AUM होने पर फंड ज्यादा रिस्क में आ जाता है और रिटर्न अस्थिर हो सकते हैं।

    2. Time Since Existence (फंड की उम्र): फंड कम-से-कम 5 साल पुराना होना चाहिए। इससे आपको पता चलेगा कि उसने मार्केट के अच्छे और बुरे दोनों समय में कैसा प्रदर्शन किया।

    3. Expense Ratio (खर्च अनुपात): जितना कम खर्च अनुपात, उतना बेहतर। कम खर्च होने का मतलब है कि आपके मुनाफ़े पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा।

    4. Alpha (अल्फा): अल्फा बताता है कि आपका फंड मार्केट इंडेक्स से कितना बेहतर रिटर्न दे रहा है। उदाहरण से समझें तो मान लीजिए कि अगर इंडेक्स ने 10% रिटर्न दिया और फंड ने 15%, तो अल्फा 5 यानी फंड अच्छा परफॉर्म कर रहा है।

    5. Beta (बीटा): बीटा बताता है कि फंड मार्केट के उतार-चढ़ाव पर कितना रिएक्ट करता है। बीटा 1 से ज्यादा है तो फंड रिस्की माना जाएगा।

    6. Turnover Ratio: यह दिखाता है कि फंड का पोर्टफोलियो कितनी बार ट्रेड हो रहा है। अगर Turnover Ratio 40% से ज्यादा है तो फंड रिस्की है और 40% से कम है तो फंड अपेक्षाकृत सुरक्षित है।

    क्या होता है म्यूचुअल फंड? What is mutual fund

    म्यूचुअल फंड एक ऐसा निवेश माध्यम है, जिसमें कई निवेशकों का पैसा मिलाकर शेयर, बॉन्ड या अन्य सिक्योरिटीज में लगाया जाता है। इसे एक्सपर्ट फंड मैनेजर संभालते हैं, जो निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न दिलाने की कोशिश करते हैं। यानी, अगर आप शेयर मार्केट में सीधे निवेश नहीं करना चाहते, तो म्यूचुअल फंड एक आसान और सुरक्षित विकल्प हो सकता है।

    "म्यूचुअल फंड से जुड़े अपने सवाल आप हमें business@jagrannewmedia.com पर भेज सकते हैं।"