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आप भी पा सकते हैं सेविंग अकाउंट पर FD जैसा इंटरेस्ट, बैंक जाकर बस इस सर्विस को शुरू करवाएं

सेविंग अकाउंट पर एफडी जैसा इंटरेस्ट पाने के लिए आप ऑटो-स्वीप फैसिलिटी का इस्तेमाल कर सकते हैं। इस फैसिलिटी में आपको सेविंग अकाउंट से ज्यादा ब्याज मिलता है। इस सुविधा से आप एक इमरजेंसी फंड भी बना सकते हैं। देश के कई बैंक अपने ग्राहकों को यह सुविधा देता है। हालांकि इसके लिए सभी बैंक के नियम अलग होते हैं। आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Published: Fri, 17 May 2024 02:40 PM (IST)Updated: Fri, 17 May 2024 02:40 PM (IST)
आप भी पा सकते हैं सेविंग अकाउंट पर FD जैसा इंटरेस्ट

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। हर कोई चाहता है कि उसकी कमाई ज्यादा से ज्यादा हो। इसके लिए वह जितना संभव होता है उतना निवेश भी करते हैं। कई लोग सुरक्षित निवेश के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) में निवेश करते हैं। अगर बात सेविंग अकाउंट (Saving Account) की करें तो इस पर इन्वेस्टमेंट स्कीम से ज्यादा ब्याज नहीं मिलता है।  

अगर आप सेविंग अकाउंट पर ज्यादा ब्याज पाना चाहते हैं तो आप ऑटो-स्वीप फैसिलिटी का इस्तेमाल कर सकते हैं। आज हम आपको बैंक के ऑटो-स्वीप फैसिलिटी के बारे में बताएंगे। इस फैसिलिटी में आपको सेविंग अकाउंट पर एफडी जैसा ब्याज मिलता है। इस सुविधा को शुरू करने के लिए आपको बैंक जाकर रिक्वेस्ट देना होता है।

ऑटो-स्वीप फैसिलिटी क्या है? (What is Auto-sweep Facility?)

स्वीप फैसिलिटी में बैंक ग्राहक के सेविंग अकाउंट पर एक निर्धारित राशि से ज्यादा राशि को स्वीप-इन डिपॉजिट में ट्रांसफर करती है। इसे ऐसे समझिए कि अगर आपने ऑटो-स्वीप के लिए 10,000 रुपये की लिमिट तय की है तो  जैसे ही आपके अकाउंट में 10,000 रुपये से ज्यादा राशि आएगी वह ऑटोमेटिक स्वीप-इन डिपॉजिट में ट्रांसफर हो जाएगी।  

हर बैंक में स्वीप-इन डिपॉजिट का टेन्योर अलग होता है। कई बैंक में इस डिपॉजिट का टेन्योर 5 साल को होता है तो कई बैंक में यह अवधि मात्र 1 साल की होती है। इस फैसिलिटी में सभी बैंक का इंटरेस्ट रेट अलग होता है और यहां तक कि इस सुविधा का नाम भी अलग होता है।    

बैंक में क्या है इस सुविधा का नाम?

  • भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में ऑटो स्वीप फैसिलिटी का नाम स्टेट बैंक ऑफ इंडिया सेविंग प्लस अकाउंट (State Bank of India Savings Plus Account) है। इसमें लिमिट से 100 रुपये के गुणक में स्वीप-इन डिपॉजिट में पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे।  
  • एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) में इस सुविधा का नाम स्वीप-इन फिक्स्ड डिपॉजिट (HDFC Sweep-in Fixed Deposit) है।
  • आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) में इस फैसिलिटी का नाम फ्लेक्सी डिपॉजिट (ICICI Bank Flexi Deposit) है।

ऑटो-स्वीप फैसिलिटी के लिए कौन हैं पात्र

सभी बैंक ग्राहकों को ऑटो-स्वीप फैसिलिटी का लाभ नहीं मिलता है। इस फैसिलिटी के लिए सभी बैंक का अलग मापदंड है। इसके अलावा इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए ग्राहक को कम से कम 25,000 रुपये की एफडी ओपन करनी होती है।  

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ऑटो-स्वीप फैसिलिटी का फायदा? (Benefit of Auto-sweep Facility)

  • इसमें सेविंग अकाउंट से ज्यादा इंटरेस्ट मिलता है।
  • इसके अलावा यह एक अलग कोष बनाने में भी मदद करता है जो इमरजेंसी में आपके काम आ सकती है।  
  • इस कोष से पैसे निकालने पर आपको अलग से कोई पेनल्टी या फीस नहीं देनी होती है। अगर अकाउंट से पैसे कम होते हैं तब भी बचे हुए अमाउंट पर ऑटो-स्वीप दर के हिसाब से ब्याज मिलता है।

इन बातों का रखें ध्यान

  • इस फैसिलिटी से पहले आपको बैंक के नियम व शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए।
  • सभी बैंक इस फैसिलिटी पर अलग ब्याज पेश करते हैं तो आप बैंकों के ब्याज दर की तुलना जरूर करें।

यह सुविधा उन लोगों के लिए काफी मददगार साबित होती है जो अपने सेविंग अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखना पसंद करते हैं। ऑटो-स्वीप डिपॉजिट में मौजूद राशि को आप का इस्तेमाल आप कभी भी कर सकते हैं। 

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