On This Day: अफगानिस्तान की नई नवेली टीम ने इंग्लैंड को किया शर्मसार, भारत में दिया था सबसे बड़े उलटफेर को अंजाम
On This Day 15 अक्टूबर 2023 को फैंस को वनडे क्रिकेट में बड़ा उलटफेर देखने को मिला था। भारत की मेजबानी में आयोजित वनडे वर्ल्ड कप 2023 में अफगानिस्तान ने इंग्लैंड को मात देकर दुनिया में अपना डंका बजाया था। अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले को संभवत वनडे क्रिकेट इतिहास के सबसे बड़े उलटफेर में से एक माना जाता है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम ने बहुत ही जल्द विश्व क्रिकेट में अपना डंका बजाया है। अफगानिस्तान की टीम अब कई अपेक्षाकृत कमजोर टीमों से आगे निकल चुकी है और प्रगति की राह पर अग्रसर है। अगर किसी टीम का मुकाबला अफगानिस्तान से हो तो वो उसे गलती से भी हल्के में लेने की कोशिश नहीं करती है क्योंकि इसका टीम को विपरीत परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
वैसे, पिछले साल के वनडे वर्ल्ड कप तक अफगानिस्तान को 50 ओवर प्रारूप में अपेक्षाकृत कमजोर टीम ही माना जाता था। वनडे वर्ल्ड कप इतिहास में भी अफगानिस्तान का प्रदर्शन फीका ही रहा था। मगर अफगानियों में जज्बा था और अपनी टीम को विश्व क्रिकेट के नक्शे में लाने के लिए उन्हें एक धमाकेदार जीत की जरुरत थी। यह जीत उसे आज ही के दिन यानी 15 अक्टूबर 2023 को मिली।
भारत की मेजबानी में आयोजित वनडे वर्ल्ड कप 2023 के 13वें मुकाबले में अफगानिस्तान ने विश्व क्रिकेट का संभवत: सबसे बड़ा उलटफेर करके खेल प्रेमियों को भौंचक्का कर दिया था। दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम अफगानिस्तान की इस विजयी गाथा का साक्षी बना था, जहां उन्होंने गत चैंपियन इंग्लैंड को बौना साबित किया था। चलिए आपको इस मैच की यादें ताजा कराते हुए अफगानिस्तान के अचंभित कर देने वाले कारनामे के बारे में बताते हैं।
इंग्लैंड ने जीता था टॉस
मुकाबले की बात करें तो इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया थी। पहले बल्लेबाजी करने उतरी अफगनिस्तान टीम पूरे 50 ओवर भी नहीं खेल पाई थी और 49.5 ओवर में 284 रन पर सिमट गई थी।गुरबाज ने बनाए थे 80 रन
- सलामी बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज ने सबसे ज्यादा 80 रन की पारी खेली थी।
- उनके अलावा विकेटकीपर इकराम अलीखिल ने अर्धशतक लगाया था।
- इकराम ने 66 गेंदों पर 58 रन की पारी खेली थी।
- ऐसे में लगने लगा था कि इंग्लैंड आसानी से यह मैच जीत लेगी।
- हालांकि, अफगानिस्तानी गेंदबाजी का प्लान कुछ और ही था।