इरफान पठान और अंबाती रायडू के साथ खेल चुके भारतीय ऑलराउंडर की सड़क हादसे में मौत, एक मैच में ली थी हैट्रिक
बानिक ने 2002-03 सत्र में त्रिपुरा के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया था। वह अपने समय में राज्य के शीर्ष क्रिकेटरों में शामिल थे और बाद में अंडर-16 राज्य टीम के चयनकर्ता भी रहे। शुक्रवार को अचानक उनकी मौत से राज्य में क्रिकेट जगत सदमे में है। त्रिपुरा क्रिकेट संघ ने शनिवार को अपने मुख्यालय में उन्हें श्रद्धांजलि दी।

राजेश बानिक की सड़क हादसे में हुई मौत। फाइल फोटो
अगरतला, प्रेट्र। त्रिपुरा के पूर्व ऑलराउंडर राजेश बानिक की पश्चिम त्रिपुरा के आनंदनगर में एक सड़क हादसे में मौत हो गई। वह 40 साल के थे। उनके परिवार में उनके पिता, मां और भाई हैं। राजेश इरफान पठान और अंबाती रायडू के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर कर चुके थे।
बानिक ने 2002-03 सत्र में त्रिपुरा के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया था। वह अपने समय में राज्य के शीर्ष क्रिकेटरों में शामिल थे और बाद में अंडर-16 राज्य टीम के चयनकर्ता भी रहे। शुक्रवार को अचानक उनकी मौत से राज्य में क्रिकेट जगत सदमे में है। त्रिपुरा क्रिकेट संघ ने शनिवार को अपने मुख्यालय में उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कम्र में ही दिखाई थी अपनी प्रतिभा
बता दें कि 12 दिसंबर, 1984 को अगरतला के कृष्णा नगर इलाके में जन्मे बानिक ने कम उम्र से ही असाधारण क्रिकेट प्रतिभा दिखाई थी। उन्होंने 2002-03 सीजन में त्रिपुरा के लिए रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया। अपने प्रदर्शन से जल्द ही राज्य के सबसे प्रतिभाशाली ऑलराउंडरों में से एक के रूप में अपनी पहचान बना ली।
रायडू और पठान के साथ शेयर किया ड्रेसिंग रूम
अपने लगातार घरेलू प्रदर्शन के दम पर उन्हें कॉस्टकटर वर्ल्ड चैलेंज 2000 के लिए भारत की अंडर-15 टीम में जगह मिली, जहां उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व किया। उस टूर्नामेंट में बानिक ने पूर्व भारतीय क्रिकेटरों अंबाती रायडू और इरफान पठान के साथ ड्रेसिंग रूम साझा किया था।
हांगकांग के खिलाफ ली थी हैट्रिक
राजेश ने साल 2000 में मलेशिया में आयोजित अंडर-15 क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत की ओर से हांगकांग के खिलाफ हैट्रिक ली थी। 40 ओवर के इस मैच को भारत ने 363 रन से जीता था। उस मैच में अंबाती रायडू ने 30 गेंद में 53 रन बनाए थे। उस टीम के कोच रोजर बिन्नी थे।
त्रिपुरा के लिए खेला रणजी मैच
राजेश बानिक ने 2016-17 के रणजी ट्रॉफी सीजन में घरेलू क्रिकेट में त्रिपुरा के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जब टीम अपने इतिहास में पहली बार क्वार्टर फाइनल में पहुंची। बानिक ने 42 प्रथम श्रेणी मैचों, 24 लिस्ट ए मैचों और 18 टी20 मैचों में त्रिपुरा का प्रतिनिधित्व किया।

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