Delhi: हत्या से कुछ घंटे पहले थी अमित शाह की पुलिस अधिकारियों संग बैठक, सिपाही की कत्ल ने छोड़े तीन अनसुलझे सवाल
Delhi Cop Murder दिल्ली में बदमाशों ने पुलिस बूथ से महज 200 मीटर दूर सिपाही की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। क्राइम ब्रांच ने मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। सिपाही ने स्कूटी सवार आरोपियों से सिर्फ हेलमेट को लेकर पूछताछ की थी। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के निर्देश पर आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमों को लगाया गया है।
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली। कानून-व्यवस्था को लेकर हुई उच्च स्तरीय बैठक के 12 घंटे भी नहीं बीते कि दिल्ली में बदमाशों ने पुलिस बूथ से महज 200 मीटर दूर सिपाही की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। सिपाही दक्षिणी पूर्वी जिले के गोविंदपुरी में शनिवार तड़के गश्त कर रहा था। ऑन ड्यूटी पुलिसकर्मी की हत्या के बाद से इलाके में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने पुलिस गश्त बढ़ाने की मांग की है।
क्राइम ब्रांच ने मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। बदमाश के पैर में गोली लगने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसके साथियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। गोविंदपुरी थाना पुलिस ने कृष नाम के आरोपी को पकड़ कर लिया है।
सरिता विहार स्थित पुलिस उपायुक्त कार्यालय में बलिदानी सिपाही को गार्ड आफ आनर देते दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा।
अमित शाह ने लगाई थी फटकार
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को ही दिल्ली में कानून व्यवस्था को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उन्होंने राजधानी में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर दिल्ली पुलिस को जमकर खरी-खोटी सुनाई थी। इसके कुछ घंटे बाद ही कानून-व्यवस्था की पोल खुल गई। स्कूटी सवार बदमाशों ने गोविंदपुरी गली नंबर 13 में सिपाही किरनपाल की हत्या कर दी।
विलाप करती बलिदानी सिपाही किरण पाल की मां गुड्डी देवी।
शरीर में कई जगह चाकू से वार
आरोपियों ने सिपाही के पेट, पीठ व छाती पर एक के बाद एक चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। मूलरूप से बुलंदशहर के सिहालीनगर निवासी 28 वर्षीय किरनपाल गोविंदपुरी थाने में सिपाही के पद पर कार्यरत था। वह गोविंदपुरी में अपने साथी के साथ रात की ड्यूटी कर रहा था। सुबह करीब पौने पांच बजे उसका साथी सरकारी डाक देने चला गया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।गोविंदपुरी में बलिदानी सिपाही किरण पाल का इसी जगह मिला था शव।
इस पर किरनपाल सरकारी बाइक पर अकेले ही क्षेत्र में गश्त कर रहा था। तभी उन्हें स्कूटी पर घूमते हुए बिना हेलमेट के तीन संदिग्ध नजर आए। सिपाही ने उनसे पूछा कि इतनी देर तक कैसे घूम रहे हो। इस पर आरोपियों ने सिपाही पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। जब सिपाही उनके पास आया तो बदमाशों ने चाकुओं से वार कर उनकी हत्या कर दी।मुठभेड़ में एक बदमाश गिरफ्तार, दूसरा हिरासत में
पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के निर्देश पर आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमों को लगाया गया। इसी बीच क्राइम ब्रांच ने दीपक नाम के एक बदमाश को कालकाजी डीडीए फ्लैट्स के पास घेर लिया। उसने पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में आरोपी के पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गोविंदपुरी थाना पुलिस ने एक कृष नाम के बदमाश को पकड़ लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।2018 में दिल्ली पुलिस में भर्ती हुआ था किरण पाल
किरण पाल सेना में जाने की तैयारी कर रहा था, लेकिन वर्ष 2017 में उनके पैर में चोट लग गई। इससे वह दौड़ की प्रैक्टिस नहीं कर सके। फिर एमए पास किरनपाल वर्ष 2018 दिल्ली पुलिस में सिपाही भर्ती हुए थे। वह मार्च 2024 में किशनगढ़ थाने से गोविंदपुरी थाने में ट्रांसफर किए गए थे। किरण पाल के पिता की बचपन में ही देहांत हो चुका है। अब उनके परिवार में मां गुड्डी देवी, बड़ा भाई सोनू, भाभी व भतीजी है।छह महीने पहले खरीदे मकान का लोन चुकाने वाला भी कोई नहीं
किरण पाल का भाई सोनू दिव्यांग है। कुछ दिन पहले ही उसकी नौकरी चली गई। करीब छह महीने पहले ही किरण पाल ने लोन लेकर गाजियाबाद के छपरौली में मकान लिया था। इसकी हर महीने किश्त जाती है। अब परिवार में कोई कमाने वाला ही नहीं बचा है। बलिदानी किरनपाल को सरिता विहार पुलिस उपायुक्त कार्यालय में पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा सहित अन्य आला अधिकारियों ने गार्ड आफ आनर दिया। इसके बाद उनका शव अंतिम संस्कार के लिए उनके गांव भेज दिया गया।मां बोली- हत्यारों ने मेरा जीवन छीन लिया
बेटे की हत्या के बाद से उनकी मां गुड्डी देवी सहित अन्य स्वजन का रो रोकर बुरा हाल है। गार्ड आफ आनर के समय कई स्वजन बेसुध हो गए। बलिदानी की मां गुड्डी देवी ने कहा कि हत्यारों ने मेरा जीवन छीन लिया। हत्यारों को भी फांसी की सजा मिलनी चाहिए। पुलिस उन्हें ऐसा सबक दे कि वह किसी भी आन ड्यूटी पुलिसकर्मी की तरफ देख भी न सकें।नशे में थे तीनों आरोपी, पूछताछ की तो कर दी हत्या
नशे की वजह से टोकने पर सिपाही किरण पाल की हत्या की गई। बताया जा रहा है कि आरोपी वारदात के समय नशे में थे। गोविंदपुरी में कई जगहों पर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। यहां पर आए दिन नशेड़ी आपस में भिड़ते हैं। यहां पर नशा तस्करों के अलावा सट्टेबाजी भी बड़े स्तर पर की जाती है। इसी रंजिश के चलते नवजीवन कैंप में युवक की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। अधिकतर असामाजिक तत्व नवजीवन कैंप, भूमिहीन कैंप, नेहरू कैंप के आसपास सक्रिय रहते हैं।अनसुलझे सवाल
- सिपाही किरनपाल का साथी उसे अकेले छोड़कर कहां गया?
- रात की गश्त के समय किरनपाल के सरकारी असलहा क्यों नहीं था?
- क्या किरनपाल के साथ कोई दूसरा पुलिसकर्मी था भी या नहीं?