वाहन चोरों के अंतरराज्यीय सिंडिकेट का भंडाफोड़, अब तक 300 गाड़ियों की चोरी कर पुर्जे बेचे
Delhi News दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने वाहन चोरी के एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है और उनके कब्जे से दो चोरी की कारें और 14 इंजन बरामद किए गए हैं। गिरोह अब तक 300 से अधिक वाहनों की चोरी और उन्हें नष्ट करने में शामिल रहा है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। क्राइम ब्रांच की टीम ने वाहन चोरी के अंतरराज्यीय सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए एक वाहन चोर और दो रिसीवर्स सहित कुल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से दो चोरी की कारें और चोरी की कारों के 14 इंजन बरामद किए गए हैं।
आरोपी चोरी की गई गाड़ियों को नष्ट करने के लिए एक स्क्रैप यार्ड चला रहे थे। गिरोह अब तक 300 से अधिक वाहनों की चोरी और उन्हें नष्ट करने में शामिल रहा है।
मयूर विहार में आया गिरोह
क्राइम ब्रांच के उपायुक्त संजय कुमार सैन के मुताबिक, पांच नवंबर को एएसआई सुरेन्द्र मलिक को सूचना मिली कि चोरी की गई गाड़ियों के रिसीवरों का एक गिरोह चोरी की गई क्रेटा कार को बेचने के लिए मयूर विहार क्षेत्र में आएगा। आरोपियों को पकड़ने के लिए टीम का गठन किया गया।80 किमी पीछाकर पकड़ा
टीम तुरंत सूचना के स्थान पर पहुंची और जाल बिछाया। कुछ समय बाद, दो व्यक्ति एक मारुति सुजुकी ब्रेजा कार में आए और उनकी पहचान आरिफ और इस्लामुद्दीन के रूप में हुई। लगभग 80 किलोमीटर पीछा करने के बाद, कार को अपर गंगा मेरठ के मुराद नगर के कैनाल रोड के पास रोका गया और इस्लामुद्दीन और आरिफ को पकड़ लिया गया।
कार की जांच करने पर पता चला कि इसे विवेक विहार थाना क्षेत्र से चोरी किया गया था। आरोपियों को गिरफ्तार कर कार जब्त कर ली गई।
गाड़ियों की चोरी और बेचने की डील
पूछताछ करने पर आरिफ ने बताया कि वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के निवासी सोनू चोर और जाहिद नामक कुख्यात वाहन चोरों से चोरी की गाड़ियां प्राप्त करता था। इस्लामुद्दीन सोनू और जाहिद का सहयोगी है। चोरी की गई कारों को खरीदने के बाद, वे इन कारों को हरियाणा के कैथल स्थित स्क्रैप डीलरों को बेच देते थे, जो कारों के पुर्जे अलग करने के बाद अन्य राज्यों में आपूर्ति करते थे।
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