Delhi Crime: एसएससी की तैयारी कर रहा सिविल इंजीनियर लुटेरा गिरफ्तार, उबर बाइक राइडरों का बनाता था शिकार
दिल्ली पुलिस ने सिविल इंजीनियर लुटेरे जावेद को गिरफ्तार किया है वह उबर राइडरों को लूटता था। वह मुखर्जी नगर में एसएससी सीजीएल की तैयारी कर रहा था। पुलिस ने उसके पास से हथियार और लूटा गया सामान बरामद किया है। कर्ज चुकाने के लिए लूट करना स्वीकार किया है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली: उत्तरी जिला की तिमारपुर थाने की टीम ने एक ऐसे लुटेरे को गिरफ्तार किया है जो पहले उबर और रैपिडो बुक करता था और फिर कट्टे की नोक पर उनसे लूटपाट करता था।
पुलिस ने इस गिरफ्तारी से लूट के दो मामले सुलझाने का दावा किया है। आरोपित की पहचान राजस्थान भरतपुर के जावेद उर्फ फरीद खान के रूप में हुई है, जो Btech (सिविल इंजीनियरिंग) कर चुका है।
इस वक्त मुखर्जी नगर में पीजी में रहकर एसएससी सीजीएल परीक्षा की तैयारी कर रहा था। उसके कब्जे से एक कट्टा और 17 कारतूस, लूटी गई मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद हुए हैं है।
राइड बुक करने पर कैंसल करके चलने के लिए कहता था लुटेरा इंजीनियर
उपायुक्त राजा बांठिया के मुताबिक, तीन जून को उबर चालक सोनू ने तिमारपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि 31 मई की रात 1:30 बजे उबर मोटरसाइकिल से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचा।
वहां एक व्यक्ति ने गांधी विहार, तिमारपुर के लिए राइड बुक की थी। उस व्यक्ति ने उसे राइड कैंसल करने और बिना बुकिंग के चलने को कहा जिसके लिए उसने अतिरिक्त पैसे की पेशकश की।
मना करने पर उस व्यक्ति ने स्वयं राइड कैंसल कर दी और उसे गांधी विहार जाने के लिए मना लिया। करीब 2:30 बजे गांधी विहार ड्रेन, योगराज कालोनी के पास सुनसान जगह पर उसने उसकी कमर पर कट्टा लगाया और दो हजार रुपये और मोटरसाइकिल लूटकर भाग गया।
दूसरे ही दिन एक जून को फिर से लूट की वारदात दी अंजाम
इसके बाद, एक जून को ऐसा ही एक और मामला तिमारपुर थाने में दर्ज हुआ, जिसमें शिकायतकर्ता से आरोपित पिस्टल की नोक पर 600 रुपये और मोबाइल लूटकर फरार हो गया।
जांच के दौरान, पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इस दौरान मुखबिरों से गुप्त सूचना मिली कि आरोपित तारा चौक के पास आने वाला है। टीम ने जाल बिछाते हुए आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में उसने बताया कि बीटेक की पढ़ाई पूरी की है और वह एसएससी सीजीएल परीक्षा की तैयारी के लिए बीते वर्ष दिल्ली आया था और मुखर्जी नगर में एक पीजी में रह रहा था।
दोस्त से लिया था उधार, उसी ने लूट के लिए दिया था कट्टा
कुछ महीने पहले उसने अपने दोस्त भरतपुर के राहुल से 35 हजार रुपये उधार लिए थे, लेकिन वह समय पर उसे चुका नहीं पाया।
फिर, राहुल ने उसे अपराध करने के लिए उकसाया ताकि वह आसानी से पैसा कमा सके और लूटे गए सामान से उधार चुका सके। राहुल ने उसे एक कट्टा और 17 मुहैया कराया।
फिर उसने बाइक राइडरों को लूटने की योजना बनाई। उसे यह पता था कि आनलाइन राइडर्स की लोकेशन ट्रैक की जाती है, इसलिए ऑनलाइन राइड बुक करने के बाद वह राइड कैंसल करने के लिए कहता था।
दोनों ही घटनाओं में वह राइडर्स को गांधी विहार में एक सुनसान जगह पर ले गया और उनसे उनका सामान और नकदी लूट ली। आरोपित राहुल फरार चल रहा है। मामले में आगे की जांच जारी है।
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