PM मोदी के एक आह्वान पर देश भर में डेस्टिनेशन शादियों धूम, भारत के इन जगहों पर तेज हुई बुकिंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशी डेस्टिनेशन वेडिंग पर चिंता जताने के बाद भारत में डेस्टिनेशन वेडिंग का चलन बढ़ा है। अनुमान है कि हर साल लगभग 5000 डेस्टिनेशन वेडिंग विदेशों में होती हैं जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था को करीब 50000 करोड़ से 75000 करोड़ रुपये का नुकसान होता है। गोवा महाराष्ट्र गुजरात मध्य प्रदेश राजस्थान उत्तर प्रदेश दक्षिण भारत और दिल्ली एनसीआर में कई खूबसूरत जगहें हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पिछले वर्ष 26 नवम्बर को मन की बात कार्यक्रम में विदेश में डेस्टिनेशन शादियों के बजाय भारत में ही उपलब्ध बेहतरीन स्थानों पर डेस्टिनेशन शादियां करने की अपील को लोगों ने गंभीरता से लिया जिसके चलते इस साल देश में ही डेस्टिनेशन शादियां की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।
विदेशों में भारतीय लोगों द्वारा डेस्टिनेशन शादियों के बारे में अभी तक कोई अधिकृत सर्वे नहीं हुआ है, इसलिए यह अंदाज लगाना मुश्किल हैं कि यह कारोबार कितना होगा लेकिन फिर भी प्रधानमंत्री मोदी के वक्तव्य के बाद जब मामले को खंगालने की कोशिश हुई तो यह मोटा अनुमान निकलता है कि प्रतिवर्ष लगभग पांच हजार डेस्टिनेशन शादियां विदेशों में होती होंगी जिसमें लगभग 50 हजार करोड़ रुपये से 75 हजार करोड़ रुपये के खर्च का अनुमान लगाया जा सकता है।
डेस्टिनेशन शादियों के भारत में होने से अर्थव्यवस्था को मिलेगी बूस्ट
कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया व राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विदेश में डेस्टिनेशन शादियों पर जो चिंता व्यक्त की गई है, उस पर यदि सार्थक चर्चा हो तो यह देश के घरेलू व्यापार एवं भारतीय अर्थव्यवस्था में एक संभावित बदलाव लाने की पहल हो सकती है।विदेशों में डेस्टिनेशन शादियां एक स्टेटस सिंबल
उन्होंने कहा कि यह एक सर्वविदित तथ्य है कि भारत में एक वर्ग विदेशों में डेस्टिनेशन शादियों को स्टेटस सिंबल मानता आ रहा है और इसीलिए देश में शादी समारोह करने की बजाय विदेश में शादी करना अपनी शान मानता है जिसके कारण भारत के लोगों का एक बड़ा व्यापार विदेश को मिल जाता है।
भारत के इन जगहों पर डेस्टिनेशन शादियों की धूम
खंडेलवाल ने कहा कि यूं तो अब देश के प्रत्येक शहर के बाहर उपयुक्त शादी स्थल बन गए हैं, जिनका डेस्टिनेशन शादी के रूप में उपयोग बहुतायत में होता है लेकिन देश के विभिन्न राज्यों में कुछ प्रमुख स्थान ऐसे हैं जहां बड़े पैमाने पर डेस्टिनेशन शादियां होती हैं जिनमें मुख्य रूप से गोवा, महाराष्ट्र में लोनावाला, महाबलेश्वर, मुंबई, शिरडी, नासिक, नागपुर, गुजरात में द्वारिका, अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा, मध्य प्रदेश में ओरछा, ग्वालियर, उज्जैन, भोपाल, इंदौर, राजस्थान में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, जैसलमेर, पुष्कर, उत्तर प्रदेश में मथुरा, वृंदावन, आगरा, वाराणसी, कानपुर, दक्षिण भारत में चेन्नई, यादगिरी हिल, ऊटी, बेंगलुरु, हैदराबाद, तिरूपति, कोचीन, त्रिची, कोयंबटूर, पुडुचेरी सहित दिल्ली एनसीआर में दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम, मानेसर, बहादुरगढ़, फ़रीदाबाद तथा पंजाब-हरियाणा में चंडीगढ़, मोहाली, अमृतसर तथा जम्मू के नाम उल्लेखनीय हैं।भारत की जगहें भी बजट डेस्टिनेशन कराने में सक्षम
भरतिया एवं खंडेलवाल ने कहा कि ये सभी स्थान मध्यम बजट से लेकर किसी भी बड़े बजट की डेस्टिनेशन शादियों को करवाने में पूर्ण रूप से सक्षम है। शादी करवाने के लिए आम से लेकर खास सुविधा व इंतजाम प्रदान करने वाली कंपनियों या ग्रुपों का एक बड़ा नेटवर्क पिछले वर्षों में भारत में विकसित हुआ है और इसीलिए शादियों से संबंधित सामान एवं सेवाएं आज देश में एक बड़े व्यापार का रूप ले चुकी हैं।
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