Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Jagran Exclusive: इंटरनेट मीडिया पर वायरल राजनिवास में भर्ती की वैकेंसी, अप्लाई किया है तो फंस गए हैं आप

    By Jp YadavEdited By:
    Updated: Wed, 01 Jun 2022 08:17 AM (IST)

    उपराज्यपाल निवास में पीआरओ की भर्ती के लिए आवेदन मांगे गए हैं जिसका एक विज्ञापन भी तेजी से इंटरनेट मीडिया पर वायरल है। फार्म की फीस 3450 रुपये है। इस ...और पढ़ें

    Hero Image
    Jagran Exclusive: इंटरनेट मीडिया पर घूम रहा राजनिवास में भर्ती का फर्जी विज्ञापन, फार्म की फीस है 3,450 रुपये

    नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। इंटरनेट मीडिया पर आजकल दिल्ली के उपराज्यपाल के निवास यानी राजनिवास में भर्ती का एक विज्ञापन खूब वायरल हो रहा है। इस विज्ञापन में सहायक जनसंपर्क अधिकारी (एपीआरओ) के लिए आवेदन मांगे गए हैं। आवेदन के लिए फार्म की फीस 3,450 रुपये रखी गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वहीं, शातिरों के ऐसी चालाकी दिखाई है कि किसी को संदिग्ध नहीं लगे, इसके लिए विज्ञापन में अधिक जानकारी पाने को उपराज्यपाल निवास का पता ही डाल दिया गया है। हालांकि राजनिवास अधिकारियों ने इसे फर्जी बताया है। हैरत की बात यह है कि कई लोगों ने इसके लिए आवेदन भी कर दिया है। 

    जानकारी के मुताबिक अंग्रेजी भाषा के इस विज्ञापन में लिखा गया है कि उपराज्यपाल निवास, नई दिल्ली युवा एवं उत्साही एपीआरओ की भर्ती के लिए रिक्त पद निकाल रहा है। फ्रेशर्स का स्वागत है, लेकिन जनसंपर्क में मास्टर डिग्री होनी चाहिए। आवेदन 26 से 31 मई तक किए जा सकते हैं। फार्म की फीस भारतीय रुपयों में 3,450 है। यह भी हैरान करने वाली बात है कि आवेदन फीस इतना ज्यादा कहीं नहीं होती है। 

    इसके अलावा, विज्ञापन में यह भी लिखा गया है कि अगर किसी को अधिक जानकारी चाहिए तो उपराज्यपाल निवास, 6 राज निवास मार्ग, लूडलो कैसल, सिविल लाइंस, नई दिल्ली-110054 के पते पर जाकर ली जा सकती है। यह विज्ञापन कुछ लोगों को ईमेल पर मिला है तो कुछ को वाटसएप पर।

    विज्ञापन देखकर एकबारगी हर कोई धोखा खा जाता है। वजह, 26 मई को दिल्ली के नए एलजी विनय कुमार सक्सेना ने कार्यभार संभाला और उसी दिन यह विज्ञापन चल निकला। ऐसे में किसी को भी यही लगता है कि शायद नए एलजी अपनी टीम का विस्तार कर रहे होंगे, इसीलिए यह भर्ती शुरू की जा रही है। हालांकि जब इस विज्ञापन के संदर्भ में राजनिवास अधिकारियों से संपर्क किया गया तो उन्होंने इसे पूर्णतया फर्जी बताया।

    राजनिवास की ओर से साफ-साफ कहा गया है कि ऐसी कोई भर्ती नहीं निकाली गई है और राजनिवास से संबंधित कुछ भी होता है तो इसके लिए आधिकारिक वेबसाइट है। राजनिवास ने इस विज्ञापन के फर्जीवाड़े की जांच के लिए दिल्ली पुलिस को निर्देश भी जारी कर दिए हैं।