गहलोत का इस्तीफा: ED-CBI की जांच, LG से नजदीकियां... विधानसभा चुनाव में लोकसभा की तरह न हो जाए AAP का हश्र!
Delhi Vidhan Sabha Chunav दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कैलाश गहलोत के इस्तीफे ने आम आदमी पार्टी को बड़ा झटका दिया है। गहलोत के पास परिवहन प्रशासनिक सुधार सूचना व तकनीक गृह महिला व बाल विकास विभाग थे। उनके इस्तीफे से पार्टी को लोकसभा चुनाव की तरह ही इस चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ सकता है।
वीके शुक्ला, नई दिल्ली। Delhi Vidhan Sabha Chunav 2025: गत लोकसभा चुनाव की तरह ही दिल्ली विधानसभा चुनाव से भी ठीक कैलाश गहलोत के मंत्री पद से इस्तीफा देने से आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। राजनीतिक जानकार इसे लोकसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में भी देख रहे हैं, उन्हें लोकसभा चुनाव की तरह ही इस चुनाव के प्रभावित हो जाने की आशंका भी है।
इस्तीफा देने वाले गहलोत (Kailash Gehlot Resign) दिल्ली सरकार के मंत्रिमंडल स्तंभ माने जा रहे थे। उनके पास परिवहन, प्रशासनिक सुधार, सूचना व तकनीक, गृह, महिला व बाल विकास विभाग थे। उनके दो विभागों में सरकार के अन्य विभागों में अधिक काम देखा जा रहा था।
एलजी सक्सेना से थे अच्छे संबंध
एलजी वीके सक्सेना (LG VK Saxena) के साथ अच्छे संबंध होने के चलते सरकार में काम कराने का भी गहलोत को लाभ मिल रहा था। गहलोत के प्रमुख विभागों में महिला व बाल विकास विभाग और परिवहन विभाग मुख्यरूप से शामिल हैं।इलेक्ट्रिक बसों की सफलता
दिल्ली में आ रहीं इलेक्ट्रिक बसों की सफलता गहलोत का एलजी के साथ बेहरतर तालमेल के कारण ही संभव माना जा रहा था। महिलाओं को एक-एक हजार रुपये देने वाली जो महिला सम्मान योजना जमीन उतारने की सरकार कोशिश कर रही थी, वह योजना भी उनके महिला एवं बाल विकास विभाग से संबंधित थी।
गहलोत ने केजरीवाल को बताया था आधुनिक स्वतंत्रता सेनानी
गहलोत का दिल्ली सरकार में गत 15 अगस्त को उस समय कद बढ़ गया था जब एलजी वी के सक्सेना ने उन्हें सरकार का श्रेष्ट मंत्री बताया था और केजरीवाल सरकार के झंडा फहराने के आतिशी को किए गए प्रस्ताव को दरकिनार कर गहलोत को दे दिया गया था।गहलोत ने भी निष्ठा दिखाते हुए केजरीवाल को आधुनिक स्वतंत्रता सेनानी बताया था। अब उनके उनके विभाग को संभालने वाले नए मंत्री के सामने उसे समझने और अधिकारियों व राजनिवास के साथ तालमेल रखकर काम करने की चुनौती होगी।
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