ब्लास्ट से पहले अरुणा आसिफ अली रोड पर 40 मिनट तक क्यों रुका था डॉ. उमर? दिल्ली पुलिस को मिली नई फुटेज
लाल किले के बाहर धमाका करने वाले जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी उमर मोहम्मद ने सीसीटीवी कैमरों से बचने की कोशिश की, लेकिन कई जगहों पर उसकी तस्वीरें कैद हो गईं। वह सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में तीन घंटे तक बैठा रहा। पुलिस को फरीदाबाद और दिल्ली में उसके मूवमेंट की जानकारी मिली है और कुछ संदिग्धों की पहचान की जा रही है।

कार खरीदने के साथ ही कराई गई थी प्रदूषण की जांच।
जागरण संवादाता, नई दिल्ली। लाल किला के बाहर I-20 कार में धमाका करने वाले जैश-ए-मोहम्मद संगठन के आतंकी डाॅ. उमर मोहम्मद ने धमाके से पहले सीसीटीवी कैमरों की नजर से बचने के लिए पूरी कोशिश की थी, लेकिन ऐसा हो नहीं सका। कई जगहों पर उसकी और कार की तस्वीरें कैमरे में कैद हो गईं।
पार्किंग में ब्लाइंड स्पॉट पर लगाई थी डॉ. उमर ने कार
लाल किला स्थित सुनहरी मस्जिद की पार्किंग में प्रवेश करने के बाद उसने कार को ऐसी जगह पर ले जाकर पार्क किया, जो कैमरे की जद में नहीं थी। पुलिस अधिकारी का कहना है कि पार्किंग के प्रवेश व निकासी द्वार के अलावा अंदर पार्किंग एरिया में 10 से 12 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं।
कैमरों की जांच करने पर वह तीन घंटे तक कार में ही बैठा पाया गया। सोमवार दोपहर 3:19 बजे वह कार लेकर अकेले अंदर गया था और शाम 6:25 बजे बाहर निकलने के दौरान भी वह कार में अकेला ही दिखाई दिया।
लाल किला से सामने से गुजरा, फिर यूटर्न लेकर आया वापस
पुुलिस अधिकारी का कहना है कि पार्किंग से निकलने के बाद कार लेकर उमर नेताजी सुुभाष मार्ग से होकर जामा मस्जिद व लाल किला के सामने से गुजरते हुए पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले चौराहे पर जाकर यूटर्न लेकर वापस लाल किला के पास आ गया था। इस दौरान भी कई कैमरे में उसकी तस्वीरें कैद हो गई।
लाल किला के सामने आने के बाद धीमी गति से चलती कार में उसने धमाका कर दिया था। धमाके की भी तस्वीरें में कैमरे में कैद हो गईं। पुलिस अधिकारी का कहना है कि सभी फुटेज को जब्त कर जांच के लिए सुरक्षित रख लिया गया है।
नई फुटेज में 40 मिनट तक उमर कार के अंदर बैठा मिला
पुलिस अधिकारी का कहना है कि गनीमत रही कि धमाके वाले दिन लाल किला बंद था और पर्यटक नहीं थे, वरना और लोगों की जान चली जाती। जैसे-जैसे पुलिस फरीदाबाद सीमा से लाल किला आने वाले मार्गों पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है, उमर की सभी लोकेशन की जानकारी मिलती जा रही है।
नई फुटेज में उमर की कार सोमवार को धमाके से पहले अरुणा आसिफ अली रोड पर भी करीब 40 मिनट तक खड़ी नजर आई, उस वक्त भी कार में उमर अकेला ही बैठा पाया गया। किसी भी फुटेज में वह मोबाइल पर बात करते हुए नजर नहीं आ रहा है।
31 अक्तूबर को ही डॉ. उमर ने बंद कर दिया था मोबाइल
पुलिस को जानकारी मिली है कि 31 अक्टूबर को फरीदाबाद स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी में होने के दौरान ही उसने मोबाइल बंद कर लिया था। उसके मोबाइल की अंतिम लोकेशन यूनिवर्सिटी ही पाई गई है।
फरीदाबाद सेक्टर-37 का भी एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमे उमर दौड़ते हुए नजर आ रहा है। वहां उसका एक साथी भी नजर आ रहा है, जिसने पिट्ठू बैग लटका रखा था। उस शख्स के बारे में पुलिस को शक है कि वह उसका करीबी साथी तारिक हो सकता है।
29 अक्टूबर को कार खरीदने के साथ ही कराई थी प्रदूषण जांच
29 अक्टूबर को उमर ने तारिक के नाम पर कार खरीदी थी, उसी दिन उसने कार की प्रदूषण जांच कराई थी। उस दौरान भी लंबी दाढ़ी वाला एक व्यक्ति उसके साथ था, जिसके तारिक होने की आशंका जताई जा रही है। बीते रविवार को जब उमर के साथी पकड़े गए, तब घबरा कर उमर ने ही शेष विस्फोट अपनी कार की डिग्गी में रख लिया था।
उमर ने धमाका करने से पहले फरीदाबाद और दिल्ली में जिन-जिन लोगों से मुलाकात की है, उनकी पहचान करने की कोशिश की जा रही है। कुछ लोगाें की पहचान कर ली गई, जिन्हें पुलिस पकड़ने में जुटी हुई है। कनाॅट प्लेस और मयूर विहार में भी उसके मूवमेंट की जानकारी पुलिस को मिली है।

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