Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Delhi Blast: 'आतंकियों से कैंपस का कोई लेना-देना नहीं', डॉक्टरों की गिरफ्तारी पर अल-फलाह यूनिवर्सिटी का बयान

    Updated: Wed, 12 Nov 2025 12:52 PM (IST)

    दिल्ली ब्लास्ट मामले में डॉक्टरों की गिरफ्तारी के बाद अल-फलाह यूनिवर्सिटी ने कहा है कि कैंपस में किसी तरह की आतंकी गतिविधियां नहीं होती हैं। यूनिवर्सिटी से मामले का कोई लेना देना नहीं हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जांच में सहयोग करने की बात कही है और छात्रों से शांति बनाए रखने की अपील की है। यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया है कि कैंपस का इस घटना से कोई कनेक्शन नहीं है।

    Hero Image

    अल-फलाह यूनिवर्सिटी कैंपस की फाइल फोटो।

    डिजिटल डेस्क, फरीदाबाद। फरीदाबाद के धौज स्थित अल-फलाह यूनिवर्सिटी के दो डॉक्टरों के नाम आतंकी गतिविधियों में शामिल होने को लेकर यूनिवर्सिटी ने अपना पक्ष जारी किया है। अल फलाह यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर डॉ. भूपिंदर कौर ने बुधवार को मामले में खेद जताया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली ब्लास्ट मामले में हिरासत में लिए गए दो डॉक्टरों यूनिवर्सिटी का कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि संस्थान का इन डॉक्टरों के साथ केवल पेशेवर संबंध है। दिल्ली ब्लास्ट से कैंपस का कनेक्शन जुड़ा इसके लिए उनको खेद है, लेकिन यूनिवर्सिटी कैंपस में किसी तरह की गलत गतिविधियों को अंजाम नहीं दिया जाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बयान में कहा गया, "हम इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम से बेहद दुखी और व्यथित हैं और इसकी निंदा करते हैं। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इन दुखद घटनाओं से प्रभावित सभी निर्दोष लोगों के साथ हैं। हमें यह भी पता चला है कि हमारे दो डॉक्टरों को जांच एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया है।" वाइस चांसलर ने मामले की जांच को लेकर पुलिस का सहयोग करने की बात कही है। साथ ही छात्रों से कैंपस में शांति बनाए रखने की अपील की है। 

    क्यों सुर्खियों में आई अल-फलाह यूनिवर्सिटी?

    बता दें कि अल-फलाह यूनिवर्सिटी तब सुर्खियों में आई जब वहां कार्यरत दो डॉक्टरों को 2900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद होने के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। दिल्ली के लाल किले के पास हुए विस्फोट में दस लोगों की मौत मामले का संदिग्ध डॉक्टर उमर मोहम्मद भी इसी यूनिवर्सिटी में कार्यरत था। पिछले कुछ दिनों से सुरक्षा टीमें परिसर की छानबीन कर रही हैं और इस सिलसिले में 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ कर चुकी हैं, जबकि 25 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें डॉक्टर और छात्र शामिल हैं।

    अल-फलाह यूनिवर्सिटी में नहीं थी हमले वाली कार- फरीदाबाद पुलिस

    वहीं, फरीदाबाद पुलिस ने आज बुधवार को एक बयान जारी कर हमले वाली कार के अल-फलाह यूनिवर्सिटी में होने को खारिज किया है। पुलिस ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, "कुछ मीडिया चैनल व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खबर प्रसारित हो रही है कि लाल किला दिल्ली के सामने विस्फोट हुई संदिग्ध i20 कार पिछले 10/11 दिनों से अल-फलाह यूनिवर्सिटी, धौज में थी। फरीदाबाद पुलिस इसकी आधिकारिक पुष्टि नही करती है और इस खबर का खंडन करती है।"

    यह भी पढ़ें- Al-Falah University: अल-फलाह यूनिवर्सिटी का दिल्ली ब्लास्ट से कनेक्शन, यहां पढ़ाएं जाते हैं ये कोर्सेस

    यह भी पढ़ें- सुबह सुबह अल-फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची पुलिस टीम, 25 को हिरासत में लिया और 10 से बंद कमरे में की पूछताछ

    यह भी पढ़ें- क्या आतंकियों का अड्डा बन गई है अल-फलाह यूनिवर्सिटी? यहीं पढ़ाता था दिल्ली में ब्लास्ट करने वाला डॉ. उमर