दिल्ली-NCR में प्रदूषण की मार, इन वाहनों के प्रवेश पर रोक
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली में बीएस-3 वाणिज्यिक वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। कापड़ीवास, सिरहौल बॉर्डर और द्वारका एक्सप्रेसवे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। बीएस-3 वाहनों को वापस लौटाया जा रहा है और अन्य वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा है। गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता सूचकांक 310 तक पहुँच गया है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ बढ़ गई हैं।

दिल्ली में बीएस-3 वाणिज्यिक वाहनों के प्रवेश पर रोक
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। दिल्ली और पूरे एनसीआर की हवा इस समय सांस लेने लायक नहीं है। प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। सरकार एनसीआर में प्रदूषण कम करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसी क्रम में सरकार ने 1 नवंबर से बीएस-3 वाणिज्यिक वाहनों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। दिल्ली और पड़ोसी जिले गुरुग्राम की ट्रैफिक पुलिस शनिवार से ही यह सुनिश्चित कर रही है कि इस श्रेणी का कोई भी वाणिज्यिक वाहन दिल्ली में प्रवेश न कर सके।
डीसीपी ट्रैफिक डॉ. राजेश मोहन के अनुसार, गुरुग्राम ट्रैफिक पुलिस ने दिल्ली में प्रवेश करने वाले वाणिज्यिक वाहनों को रोकने के लिए तीन जगहों पर नाके लगाए हैं। कापड़ीवास, सिरहौल बॉर्डर और द्वारका एक्सप्रेसवे पर 120 पुलिसकर्मी तैनात हैं। शनिवार को दिल्ली की ओर जाने वाले बड़ी संख्या में बीएस-3 वाणिज्यिक वाहनों को रोका गया और वापस लौटा दिया गया।
अन्य जिलों की ओर जाने वाले वाणिज्यिक वाहनों को दिल्ली सीमा के बजाय केएमपी जैसे वैकल्पिक मार्गों से भेजा गया। ट्रैफिक पुलिस ने चौकियों पर एक रजिस्टर भी बनाया है। इन चौकियों पर आने वाले वाहनों की बीएस-3 श्रेणी, पंजीकरण और आवश्यक दस्तावेजों की जांच की गई और फिर उन्हें रजिस्टर में दर्ज किया गया। इस दौरान गुरुग्राम यातायात पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण विभाग, परिवहन विभाग और दिल्ली पुलिस की टीमें भी तैनात रहीं।
अधीनस्थों के साथ बैठक के बाद निर्देश जारी
इससे पहले, डीसीपी डॉ. राजेश मोहन ने पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी किए। उनके साथ ट्रैफिक एसीपी ईस्ट संजय कुमार, ट्रैफिक एसीपी वेस्ट जय सिंह और सभी ट्रैफिक इंस्पेक्टर मौजूद थे। डीसीपी ने बताया कि गुरुग्राम में फिलहाल GRAP-II प्रतिबंध लागू हैं।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के अनुसार, GRAP-II के आदेश मिलते ही गुरुग्राम पुलिस उसके अनुसार कार्रवाई करेगी। दिल्ली क्षेत्र के बाहर पंजीकृत BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल वाणिज्यिक वाहनों का शनिवार से अगली सूचना तक दिल्ली में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। परिवहन यूनियन नेताओं और चालकों को भी निर्देश जारी किए गए हैं। डीसीपी ने बताया कि इस दौरान केवल BS-VI वाहनों को ही दिल्ली की सीमा में प्रवेश की अनुमति होगी। वहीं, BS-IV निजी वाहनों को एक वर्ष की अवधि, यानी 2026 तक, के लिए छूट दी गई है। आपातकालीन वाहनों को पूरी तरह से छूट रहेगी।
गुरुग्राम में AQI 300 से ज़्यादा दर्ज किया गया
गुरुग्राम की वायु गुणवत्ता शनिवार को ख़तरनाक स्तर पर पहुँच गई। 1 नवंबर को गुरुग्राम के विभिन्न इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 310 के आसपास दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। धूल, वाहनों के धुएं और गिरते तापमान ने स्थिति और बिगाड़ दी है। डॉक्टरों ने बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों को घर के अंदर रहने की सलाह दी है।
HSPCB के अनुसार, गुरुग्राम के विकास सदन में प्रदूषण का स्तर सबसे ज़्यादा रहा, जहाँ AQI 302 दर्ज किया गया। सेक्टर 51 के समसपुर इलाके में 276 और मानेसर के सेक्टर 2 में 111 दर्ज किया गया, जो दोनों ही मध्यम श्रेणी में हैं। यह साफ़ तौर पर दर्शाता है कि शहर के अलग-अलग हिस्सों में वायु गुणवत्ता अलग-अलग है, लेकिन राहत की कोई संभावना नहीं है। धूल, निर्माण कार्य और गुरुग्राम की सड़कों से बढ़ते वाहनों के उत्सर्जन ने वातावरण को और भी ज़हरीला बना दिया है।
मौसम विभाग का अनुमान है कि नवंबर के पहले हफ़्ते के बाद तापमान में और गिरावट आएगी, जिससे वायु में ठहराव बढ़ेगा और प्रदूषण का असर और भी बिगड़ सकता है। ठंड के साथ-साथ स्मॉग की परत भी घनी होती जा रही है। स्थानीय जिला प्रशासन को प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने होंगे।

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