आतंकी फंडिंग के नाम पर 73 लाख की ठगी, भाभी ने ननद को नहीं बताया होता तो जमीन से भी हाथ धो बैठता रिटायर्ड अधिकारी
Himachal Pradesh News हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर (Hamirpur) के अंतर्गत एक रिटायर्ड अफसर के साथ ठगी का मामला सामने आया है। एक सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी को साइबर अपराधियों ने जमीन और घर बेचने तक के लिए मजबूर कर दिया। अपराधियों ने उन पर दबाव बनाया कि वे पैसे जमा करवाएं। पीड़ित ने ठगों के खातों में पैसे जमाए करवाएं भी।
हंसराज सैनी, मंडी। Himachal Crime News: भाभी ने अगर ननद को नहीं बताया होता और ननद ने सूझबूझ से काम न लिया होता तो सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी को जमीन व घर से भी हाथ धोना पड़ता। साइबर अपराधी जमीन व घर बेचकर पैसा जमा करवाने का दबाव बना रहे थे।
जिंदगी भर की खून पसीने की कमाई हाथ से निकल चुकी थी। जमीन व घर हाथ से निकलता देख सेवानिवृत्त शिक्षिका पति से भिड़ गई। ननद को फोन कर घर बुलाया और आपबीती सुनवाई। आपबीती सुनने के बाद ननद ने बताया कि आप साइबर अपराधियों के जाल में फंस गए हैं।
इसके बाद हमीरपुर के रहने वाले सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी पत्नी व बहन के साथ 13 सितंबर को मंडी पहुंचे और मध्य खंड के साइबर थाना में मामला दर्ज करवाया। साइबर थाना के अधिकारियों ने 21 लाख रुपये की राशि सीज करवाई है।
पत्नी को सुबह नौ बजे ही ले गए बैंक
शातिरों के खौफ से सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी अगले दिन अपनी पत्नी को जबरदस्ती सुबह नौ बजे ही बैंक ले गए। पैसे देने की मांग की। पत्नी ने मना किया तो कार लेकर घर से चले जाने और आत्महत्या करने की धमकी दी। डर के मारे पत्नी ने नौ एफडी बंद करवा 47.20 लाख रुपये शातिरों के बताए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए।
इसके बाद आरोपित जमीन व घर बेचने का दबाव बनाने लगे। फिर सेवानिवृत्त शिक्षिका ने पति से चोरी छिपे ननद को फोन कर घर बुलाया और आपबीती सुनाई। शातिर अब भी वाटसएप कॉल कर डरा धमका रहे हैं।
चार सितंबर को सुबह साढ़े नौ बजे आई थी वाट्सएप कॉल
सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी को चार सितंबर को सुबह साढ़े नौ बजे वाटसएप पर कॉल आई थी। कॉल करने वाले ने बताया था कि आपने स्टेट बैंक आफ इंडिया की हैदराबाद शाखा से क्रेडिट कार्ड लिया है।
क्रेडिट कार्ड से 1.18 लाख रुपये का प्रयोग आतंकी फंडिंग में किया है। आप पर धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) और आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने का मामला पंजीकृत हुआ है।
सीबीआइ जांच शुरू हो गई है। 20 वर्ष की सजा का प्रविधान है। अगर इससे बचना चाहते हो तो पूरी चल-अचल संपत्ति की जानकारी शेयर कर दो। शातिरों ने सेवानिवृत्त अधिकारी को वीडियो कॉल पर हैदराबाद का थाना, सीबीआइ मुख्यालय व सुप्रीम कोर्ट तक दिखा दिया। वह उस समय रोहडू स्थित में बगीचे में थे।
सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी से 73,44,990 रुपए की ठगी हुई है। इसमें 21 लाख रुपए सीज किए गए हैं। मामले की जांच की जा रही है
-मनमोहन सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, मध्य खंड साइबर थाना मंडी
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