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Himachal News: सड़कों किनारे सूखे पेड़ दे रहे हादसे को न्यौता, प्रशासन नहीं उठा रहा कोई कदम

पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर खतरे की घंटी बज रही है। सड़क किनारे खड़े पेड़ जड़ों से उखड़कर वाहनों को छूने का प्रयास कर रहे हैं। कई दुर्घटनाओं के बाद भी प्रशासन मौन है। 2018 में गठित कमेटी ने 100 से अधिक पेड़ों को खतरनाक घोषित किया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हाल ही में वन निगम ने कुछ पेड़ हटाए हैं लेकिन अधिकांश अभी भी खतरा बने हुए हैं।

By dinesh katoch Edited By: Rajiv Mishra Updated: Sun, 22 Sep 2024 02:56 PM (IST)
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पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर खतरा बन रहे हैं सूखे पेड़

कुलदीप राणा, पालमपुर। दरंग से बनूरी तक पठानकोट मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे खतरा बने पेड़ों को हटाने के लिए प्रशासन भी हादसे की रह देख रहा है। हालत ऐसे बन गए हैं कि पेड़ों की जड़ें तक निकल गई हैं, तो कुछ पेड़ झुककर वाहनों को छूने का प्रयास तक कर रहे हैं। पालमपुर से कुछ दूरी पर सेना छावनी के निकट सड़क किनारे खड़े पेड़ प्रशासन व विभाग को जड़ें तक दिखा रहे हैं लेकिन मजाल कि रोजाना गुजरने वाले अधिकारी इसका संज्ञान ले सकें।

हालांकि इस क्षेत्र में खतरा बने पेड़ गिरकर जानलेवा भी साबित हुए है। बता दें कि 2018 में जनता की शिकायत पर तत्कालीन उपमंडल प्रशासन ने मामला राष्ट्रीय उच्च मार्ग प्राधिकरण के समक्ष उठाया गया था। इसके साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के प्रोजेक्ट डायरेक्टर, उपमंडलाधिकारी (ना.) पालमपुर, उपमंडल पुलिस अधिकारी, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय उच्च मार्ग के सहायक अभियंता व वन मंडल अधिकारी की हाई पावर कमेटी गठित हुई थी।

कमेटी ने पालमपुर शहर के विभिन्न हिस्सों सहित पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर 100 से अधिक पुराने पेड़ों को चिन्हित कर खतरनाक घोषित किया था। लेकिन इन पेड़ों की छंटाई या उन्हें काटने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया है। लोगों की बार बार शिकायतों और दुर्घटनाओं के बाद प्रशासन जागा और वन निगम के माध्यम से कुछ पेड़ हटाए गए, परंतु अधिकतर पेड़ राहगीरों को अभी भी डराते हैं। सेना छावनी के निकट पेड़ की जड़ें तक निकल गईं, लेकिन अभी भी पेड़ खड़ा है।

सड़क पर पेड़ गिरने से हादसे

लगभग एक दशक पूर्व शीतला माता चौक पालमपुर में चलती कार पर पेड़ गिरा, गनीमत रही कि कार में इकलौता चालक सुरक्षित बच गया, जबकि कार के परखच्चे उड़ गए।दो वर्ष पहले कार में सवार दो लोग मिशन कंपाउंड में कार पर पेड़ गिरने से घायल हो गए थे। एक अन्य दुर्घटना में चार साल पहले हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के पास राजमार्ग पर पेड़ गिरने से एक युवा मोटरसाइकिल सवार की मौत हो गई थी।16 मार्च 2021 को पुरानी एलआईसी के पास सुखा पेड़ गिरने से तीन वाहनों को नुकसान हुआ था।मई 2024 में बनूरी में सुखा पेड़ एनएच पर गिरा। बाइक सवार को मामूली चोटें। गत वर्ष एग्रो पेट्रोल पंप के निकट सड़क पर पेड़ गिरा। एक घंटा यातायात बंद रहा।जुलाई 2018 को रेलवे गेट मारंडा के सामने पेड़ गिरने से मां बेटा घायल हुए। टांडा में उपचार हुआ।इस वर्ष जुलाई में आईसीआईसीआई बैंक के सामने खड़ी कार पर पेड़ गिरा और कार को भी नुकसान हुआ।

विभाग ने एनएच पर खतरा बने पेड़ों सहित निगम क्षेत्र में 64 पेड़ काटने के निर्देश वन निगम को दिए हैं। इसमें कुछ पेड़ काट लिए है व शेष शीघ्र कटे जायेंगे। सेना छावनी के निकट जड़ें निकले पेड़ों को प्राथमिकता से काटने के लिए वन निगम को कहा जाएगा। नियमों अनुसार नगर निगम और उपमंडल प्रशासन भी पेड़ काटने की सीधे अनुमति ले सकते हैं। शहरी विकास विभाग में भी खतरा बने पेड़ों को हटाने की अनुमति का प्रविधान है।

संजीव शर्मा, डीएफओ पालमपुर।