Mandi News: बलिदानी कमांडो राकेश कुमार के घर पहुंचीं मंडी सांसद कंगना रनौत, परिजनों से मिलकर जताया शोक
मंडी की सांसद कंगना रनौत ने आज बलिदानी कमांडो राकेश कुमार के घर जाकर शोक जताया। उन्होंने शहीद की पत्नी को हर संभव मदद का भरोसा दिया। राकेश कुमार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे। उनके पार्थिव शरीर का राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके बलिदान से पूरे परिवार में शोक की लहर है।
जागरण संवाददाता, मंडी। हिमाचल के मंडी की सांसद कंगना रनौत आज शुक्रवार को बलिदानी कमांडो राकेश कुमार के घर शोक जताने पहुंची। कंगना रनौत ने बलिदानी की पत्नी से मिलकर हर संभव मदद का भरोसा दिया।बता दें कि राकेश कुमार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में आतंकियों के साथ लोहा लेते हुए बलिदान हो गए। वे मंडी जिले के रहने वाले थे।
पैरा कमांडो राकेश कुमार का राजकीय व सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। वे धर्मद्वारा स्थित मोक्ष धाम में पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका पार्थिव शरीर नेरचौक मेडिकल कालेज से उनके घर बरनोग के लिए रवाना हुआ था। पति की पार्थिव देह को देख राकेश कुमार की पत्नी बेसुध हो गईं।
अगले साल पक्का घर बनाने का किया था वादा
'भानु चिंता मत करना, अगले साल जनवरी में मकान का काम शुरू कर दूंगा। फिर हमारा अपना पक्का घर होगा।' पत्नी से यही वादा करके मंडी के बरनोग गांव के पैरा कमांडो नायब सूबेदार राकेश कुमार डेढ़ माह पहले ड्यूटी पर गए थे।बता दें कि पिछले साल प्राकृतिक आपदा में घर ध्वस्त हो गया था। सरकारी नौकरी में होने के कारण उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया था। पत्नी भानु प्रिया, दोनों बच्चों यशस्वी व प्रणव को विश्वास था कि राकेश जनवरी में छुट्टी आएंगे और उसके बाद घर का काम शुरू हो जाएगा। जब उनके बलिदान की खबर आई तो सपनों का आशियाना बिखर गया।
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मुठभेड़ में राकेश कुमार बलिदान
बता दें कि किश्तवाड़ जिले में ग्राम रक्षा समूह (वीडीजी) के दो सदस्यों की अपहरण कर हत्या करने वाले आतंकियों के खिलाफ चलाए अभियान के दौरान रविवार को सेना की स्पेशल फोर्स के हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के रहने वाले कमांडो नायब सूबेदार राकेश कुमार बलिदान हो गए थे।
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