'वाइट कॉलर' की आड़ में कितने आतंकी और? चप्पे-चप्पे पर पुलिस की नजर, डॉक्टरों के लॉकरों की भी होगी जांच
अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में एके-47 मिलने के बाद, जम्मू-कश्मीर के सभी मेडिकल कॉलेजों में अलर्ट जारी किया गया है। डॉक्टरों को आवंटित लॉकरों की दोबारा जांच होगी। जीएमसी जम्मू में डॉक्टरों से लॉकरों की चाबियां वापस ली जा रही हैं। एक कमेटी लॉकरों की जांच करेगी और आपत्तिजनक सामग्री की जांच करेगी। जीएमसी जम्मू के प्रिंसिपल ने राष्ट्रविरोधी गतिविधि रोकने की बात कही।

जम्मू-कश्मीर के मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा कड़ी, लॉकरों की होगी जांच। फाइल फोटो
रोहित जंडियाल, जम्मू। अनंतनाग मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर के लाकर से एके-47 मिलने के बाद जम्मू-कश्मीर के सभी मेडिकल कॉलेज अलर्ट पर हो गए हैं। एहतियात के तौर पर डॉक्टरों को अलाट किए गए लॉकरों की जांच होगी और इसके बाद फिर से डॉक्टरों को अलाट किए जाएंगे।
जीएमसी जम्मू में संकाय सदस्यों के अतिरिक्त कई डॉक्टरों को भी लाकर दिए गए हैं जहां पर डॉक्टर अपना निजी सामान रखते हैं। यह लाकर विभिन्न स्थानों पर रखे हुए हैं। लेकिन कभी भी इन लॉकरों की जांच नहीं होती है, लेकिन अब डॉक्टर के लाकर से एके 47 बरामद होने और दो अन्य के हिरासत में लिए जाने के बाद मेडिकल कॉलेज में सतर्कता बरती जा रही है।
सूत्रों का कहना है कि जीएमसी जम्मू में सभी डॉक्टरों से उनके लॉकरों की चाबियां वापस ली जा रही है। इसके बाद एक कमेटी इन सभी लॉकरों की जांच करेगी और यह सुनिश्चित बनाएगी कि किसी में भी कोई आपत्तिजनक सामग्री न हो। समिति जीएमसी के प्रिंसिपल और प्रशासनिक अधिकारी की निगरानी में काम करेगी। इस बारे में सर्कुलर बुधवार को जारी हो सकता है।
सभी लॉकरों की जांच होने के बाद नए सिरे से डॉक्टरों को लाकर सौपें जाएंगे। जीएमसी जम्मू के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता ने भी इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि इस विषय पर काम हो रहा है और यह सुनिश्चित बनाया जा रहा है कि संस्थान से किसी भी प्रकार की कोई भी राष्ट्रविरोधी गतिविधि न हो।
बता दें कि मंगलवार को मेडिकल कॉलेज श्रीनगर की प्रिंसिपल ने भी एक सर्कुलर निकाला है, जिसमें सभी संकाय सदस्यों, एचओडी, पैरामेडिकल स्टाफ और विद्यार्थियों को अपने अपने लॉकरों की पहचान कर उन पर नाम और कोड लिखने के निर्देश दिए हैं। इसी प्रकार के निर्देश राजौरी, डोडा, कठुआ, ऊधमपुर व अन्य कॉलेजों में भी जारी हो सकते हैं।
इस समय जम्मू-कश्मीर के विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में जम्मू-कश्मीर के विभिन्न भागों से संकाय, डाक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और विद्यार्थी देश के विभिन्न कोनों से जम्मू-कश्मीर के मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे हैं। चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ डाक्टर का कहना है कि लॉकरों की नियमित रूप से जांच होनी चाहिए। यह देश की सुरक्षा के साथ जुड़ा मामला है और इससे कोई भी समझौता नहीं होना चाहिए।

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