DMC Election: मेयर चुनाव में महागठबंधन का चेहरा बनना चाहती हैं पूर्णिमा नीरज सिंह, धनबाद की राजनीति में हलचल तेज
Dhanbad Municipal Corporation Election: धनबाद में मेयर चुनाव की चर्चा तेज हो गई है। पूर्णिमा नीरज सिंह महागठबंधन की ओर से दावेदारी पेश कर रही हैं, जिस ...और पढ़ें

झरिया की पूर्व विधायक पूर्णिीमा नीरज सिंह। (फाइल फोटो)
मृत्युंजय पाठक, धनबाद। Dhanbad Municipal Corporation Election: झारखंड की राजनीति में धनबाद नगर निगम मेयर पद की रेस गरमाने लगी है। कांग्रेस नेता और झरिया की पूर्व विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह इस पद के लिए चुनाव लड़ने पर गंभीर हैं।
सूत्रों के अनुसार, पूर्णिमा ने इस बाबत झारखंड प्रदेश कांग्रेस और कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को विश्वास में लेने की कवायद शुरू कर दी है। कांग्रेस अगर तैयार हुई तो वह चुनाव लड़ेंगी।
पूर्णिमा नीरज सिंह 2017 में अपने पति नीरज सिंह की हत्या के बाद राजनीति में सक्रिय हुई थीं। उनके पति 2010 में धनबाद के डिप्टी मेयर के रूप में प्रत्यक्ष रूप से चुने गए थे। परिवार की राजनीतिक विरासत और स्थानीय जनसमर्थन को देखते हुए पूर्णिमा ने कांग्रेस के साथ राजनीतिक सफर शुरू किया।
पूर्णिमा ने 2019 में कांग्रेस के टिकट पर झरिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और विधायक चुनी गईं। हालांकि, 2024 में पूर्णिमा ने फिर से झरिया से चुनाव लड़ा, लेकिन इस बार उन्हें भाजपा की रागिनी सिंह ने मात दी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पूर्णिमा अब धनबाद की राजनीति में अपनी पकड़ नए सिरे से मजबूत करने के लिए नगर निगम मेयर का चुनाव जीतना चाहती हैं। इससे उनके राजनीतिक करियर को नई दिशा मिलने की संभावना है।
झारखंड में नगर निकाय चुनाव मार्च 2026 तक होने की संभावना जताई जा रही है। हालांकि यह चुनाव पार्टी लाइन पर नहीं होगा, लेकिन राजनीतिक दल इसे लेकर पहले से ही रणनीति बनाने में जुटे हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि इस चुनाव में कांग्रेस की तैयारी सबसे आगे दिख रही है।
पूर्णिमा के परिवार का राजनीतिक इतिहास भी उनकी उम्मीदवारी को मजबूत बनाता है। उनके देवर एकलव्य सिंह 2015 में पार्षदों के सहयोग से धनबाद के डिप्टी मेयर चुने गए थे। इस पृष्ठभूमि के कारण पूर्णिमा को स्थानीय स्तर पर व्यापक समर्थन मिलने की संभावना है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पूर्णिमा नीरज सिंह की मेयर पद के लिए दावेदारी कांग्रेस के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। इससे पार्टी को धनबाद में पैठ बनाने और 2029 के विधानसभा और लोकसभा चुनावों में मजबूती हासिल करने का मौका मिलेगा।
नगर निगम मेयर पद जीतकर पूर्णिमा न केवल स्थानीय मुद्दों पर प्रभाव डाल सकती हैं, बल्कि पार्टी की रणनीति को भी मजबूती दे सकती हैं। हालांकि, पूर्णिमा का नगर निगम चुनाव पर अब तक सार्वजनिक बयान नहीं आया है। उनसे बात करने की कोशिश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली।
वर्तमान में धनबाद में नगर निगम और स्थानीय राजनीति को लेकर कई राजनीतिक दल अपने उम्मीदवारों की संभावनाओं का आंकलन कर रहे हैं। इस बीच, पूर्णिमा नीरज सिंह की सक्रियता, उनके पारिवारिक राजनीतिक अनुभव और महागठबंधन से जुड़े होने के कारण उन्हें मेयर पद के दावेदारों में एक प्रमुख चेहरा बना दिया है।
बहरहाल, देखने वाली बात यह है कि क्या महागठबंधन पूर्णिमा के नाम पर राजी होगा? सबकुछ महागठबंधन में शामिल दल-कांग्रेस, झामुमो, राजद और भाकपा (माले) के निर्णय पर निर्भर करेगा।

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