आजसू छोड़ने वाले तरुण गुप्ता को शाम में BSP तो सुबह JLKM ने दिया टिकट, किस पार्टी से लड़ेंगे चुनाव? खुद दिया जवाब
झारखंड में बड़ी राजनीतिक पार्टियों के दिग्गज नेता टिकट के लिए तरस रहे हैं। धनबाद में कई अस्पताल और स्कूल संचालकों ने राष्ट्रीय पार्टियों में टिकट के लिए प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हुए। छोटी पार्टियां कुछ प्रत्याशियों पर मेहरबान हुईं जैसे जामताड़ा के तरुण गुप्ता को झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा ने टिकट दिया। तरुण ने कहा कि वे जेएलकेएम के विश्वास पर खरा उतरेंगे और जामताड़ा सीट जीतेंगे।
जागरण टीम, धनबाद/नारायणपुर (जामताड़ा)। स्थापित और बड़ी राजनीतिक पार्टियों में दिग्गज नेता टिकट के लिए तरस रहे हैं। धनबाद में अस्पताल और स्कूल संचालक से लेकर आउटसोर्सिंग संचालक तक ने राष्ट्रीय पार्टियों में टिकट के लिए खूब जोर लगाया, लेकिन कोई सफल नहीं हो सका।
वहीं, छोटी-छोटी राजनीतिक पार्टियां कुछ प्रत्याशियों पर मेहरबान हैं। जामताड़ा के तरुण गुप्ता इसका उदाहरण हैं। तरुण सोमवार की सुबह तक आजसू के केंद्रीय महासचिव पद पर थे। फिर उन्होंने आजसू को छोड़ दिया।
शाम होते-होते उनको बहुजन समाज पार्टी ने जामताड़ा से टिकट दे दिया। हालांकि, रात में उन्होंने इसका खंडन किया। मंगलवार की सुबह जयराम महतो की पार्टी झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) ने तरुण को जामताड़ा से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया।
तरुण ने प्रेस वार्ता कर दी ये जानकारी
बताया जा रहा है कि तरुण का धनकुबेर होना भी पार्टियों की उनपर मेहरबानी की वजह है। बहरहाल, तरुण ने मंगलवार को नारायणपुर में प्रेस वार्ता कर जेएलकेएम में शामिल होने की जानकारी दी।
तरुण ने बताया कि जेएलकेएम ने उनपर जो विश्वास जताया है, उसपर खरा उतरेंगे। सबके प्रयास से जामताड़ा विस सीट जीतेंगे और जयराम का हाथ मजबूत करेंगे। एनडीए ने यहां पैराशूट से प्रत्याशी उतारा है, जिसे जनता कदापि पसंद नहीं करेगी। जामताड़ा में 35 वर्ष से एक ही परिवार के सदस्यों का राज है। इस राजतंत्र को खत्म करना है।
लोहरदगा में देवर-भाभी होंगे आमने-सामने
लोहरदगा विधानसभा चुनाव का मैदान इस बार बेहद रोमांचक हो गया है। इस बार के चुनाव में देवर-भाभी आमने-सामने होंगे। एनडीए गठबंधन से आजसू पार्टी ने पूर्व विधायक कमल किशोर भगत की पत्नी नीरू शांति भगत को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
वहीं कमल किशोर भगत के छोटे भाई अनिल टाना भगत ने भी विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रपत्र लेकर सबको चौंका दिया है। अगर घर के अंदर समझौता नहीं हुआ तो देवर-भाभी चुनाव में आमने-सामने होंगे।लोहरदगा विधानसभा से दो-दो बार प्रतिनिधित्व करने वाले कमल किशोर भगत की क्षेत्र में एक अलग पहचान और पकड़ थी। पूर्व विधायक के परिवार से ही चुनाव मैदान में दो लोगों के ताल ठोकने के बाद से उनके समर्थक और कार्यकर्ता असमंजस में पड़ गए हैं।
एनडीए गठबंधन के तहत भाजपा और आजसू पार्टी कार्यकर्ता नीरू शांति भगत के साथ पूरी तरह से खड़े हैं, लेकिन आजसू पार्टी के कई कार्यकर्ता अनिल टाना भगत के साथ भी दिखाई दे रहे हैं।यह भी पढ़ें-
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