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    Cyber Fraud का नया तरीका आया सामने, व्यवसायी के खाते से पेटीएम के माध्यम से निकाल लिए दो लाख रुपये

    By Tarun K Bagi Edited By: Kanchan Singh
    Updated: Tue, 02 Dec 2025 07:46 PM (IST)

    एक व्यवसायी साइबर ठगी का शिकार हो गया, जिसके खाते से पेटीएम के माध्यम से दो लाख रुपये निकाल लिए गए। यह साइबर अपराध का एक नया तरीका है, जिससे व्यवसायी ...और पढ़ें

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    पेटीएम के माध्यम से व्यवसायी के खाते से एक लाख 91 हजार 265 रुपये यूपीआइ ट्रांसफर कर लिए गए।

    जागरण संवाददाता, रामगढ़ । शहर के पुरनी मंडप निवासी व व्यवसायी मुन्ना खान के साथ डिजीटल फ्राड का मामला सामने आया है। पेटीएम के माध्यम से व्यवसायी के खाते से एक लाख 91 हजार 265 रुपये यूपीआइ ट्रांसफर कर लिए गए है।

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    भुक्तभोगी का खाता बैंक आफ इंडिया रामगढ़ शाखा में है। मंगलवार को मोबाइल में अवैध तरीके से पैसे की निकासी होने का मैसेज देखने के बाद व्यवसायी मुन्ना खान बैंक आफ इंडिया रामगढ़ शाखा पहुुंचे। 

     बैंक को सूचित कर खाता से तत्काल लेनदेन बंद कराई

    उन्होंने शाखा प्रबंधक को इसकी जानकारी देकर अपने खाता से तत्काल लेनदेन बंद कराई। इसके बाद वे रामगढ़ थाना पहुंचे और पुलिस को इसकी जानकारी दी। उन्होंने पुलिस को बताया कि उनके खाता से 28 एवं 30 नवंबर को अवैध तरीके से पैसे निकाले गए हैं।

    28 नवंबर को एक बार में 95765 रुपये तथा 30 नवंबर दो बार में 45500 रुपये तथा 50000 रुपये निकाले गए हैं। मंगलवार को पूर्व से आए मैसेज पढ़ने पर मुन्ना खान को पेटीएम से पैसे की निकासी की जानकारी मिली।

    इस पर वह अपने बैंक की शाखा में जाकर शिकायत की तथा आगे होने वाले ट्रांजक्शन को बंद करवाया। बैंक अधिकारियों का कहना था कि यूपीआइ ट्रांसफर में वे कुछ नहीं कर सकते हैं। इसके बाद बैंक स्टेटमेंट निकालने पर पाया गया कि हरिहर वर्मा एवं मैना इंटरप्राइजेज नाम से भी मुन्ना खान के खाते से पैसे निकालने की कोशिश की गई थी।

    पुलिस कर रही मामले में जांच

    लेकिन ट्रांजक्शन फेल हो गया था। इसके बाद मुन्ना खान ने रामगढ़ थाना पहुंच कर इसकी लिखित सूचना पुलिस को दी। आवेदन मिलने के बाद पुलिस ने मामले में जांच प्रारंभ कर दी है।

    उन्हाेंने बताया कि पैसे की निकासी केएम इंटरप्राइजेज, एपेक्स एग्रो एक्यूपमेंट तथा विवेक कुमार के नाम से की गई है। उन्हाेंने पुलिस को बताया कि अपने मोबाइल से उन्होंने पैसे का लेनदेन करने को लेकर किसी से भी कोई बातचीत नहीं की।

    कहीं से भी उनके मोबाइल से कोई काल भी नहीं आया था। साइबर ठगी कैसे हुई, इसकी जानकारी उन्हें नहीं मिली। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।