झारखंड में बांग्लादेशी लड़कियों की एजेंट है मनीषा राय, रोनी मंडल और पिंकी बसु ने ED के सामने स्वीकारा
बांग्लादेशी लड़कियों की तस्करी के मामले में मनीषा राय की भूमिका सामने आई है। ईडी की पूछताछ में रोनी मंडल और पिंकी बसु ने कबूल किया है कि मनीषा राय झारखंड में बांग्लादेशी लड़कियों के लिए एजेंट का काम करती थी। वह रांची के होटल और रिसॉर्ट में देह व्यापार के लिए लड़कियों की तस्करी में शामिल थी। मनीषा राय फिलहाल फरार है और उसकी तलाश जारी है।
राज्य ब्यूरो, रांची। बांग्लादेशी घुसपैठ मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने गिरफ्तार चारों आरोपितों से पांच दिनों तक रिमांड पर पूछताछ की। रिमांड के पांचवे दिन शुक्रवार को ईडी ने चारों ही आरोपितों को पीएमएलए की रांची स्थित विशेष अदालत में प्रस्तुत किया। कोर्ट के आदेश के बाद सभी आरोपित न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिए गए हैं। रिमांड पर पूछताछ के बाद जेल भेजे जाने वाले आरोपितों में दो बांग्लादेशी नागरिक रोनी मंडल व संदीप चौधरी के अलावा पश्चिम बंगाल का पिंटू हलधर व पिंकी बसु मुखर्जी शामिल हैं।
रोनी मंडल यहां फर्जी कागजात बनवाकर उत्तर 24 परगना जिले के नोनाचंदनपुकुर टीटागढ़, बैरकपुर में रहता था। वहीं, दूसरा बांग्लादेशी नागरिक संदीप चौधरी उत्तर 24 परगना जिले के मध्यग्राम बंकिमपल्ली सफायर अपार्टमेंट में रहने वाली पिंकी बसु मुखर्जी के ठिकाने पर तीन साल से रह रहा था। पिंटू हलधर बोनगांव नेहरू नगर का निवासी है।रिमांड पर पूछताछ में बांग्लादेशी घुसपैठ का मास्टरमाइंड रोनी मंडल व उसकी सहयोगी पिंकी बसु मुखर्जी ने स्वीकारा है कि मनीषा राय नामक लड़की बांग्लादेशी लड़कियों के लिए झारखंड की एजेंट है। वह झारखंड खासकर रांची के होटल व रिसोर्ट में देह व्यापार के लिए बांग्लादेशी लड़कियों की तस्करी में शामिल थी। रांची पुलिस की छापेमारी के बाद से ही मनीषा राय फरार है। उसे रांची पुलिस के साथ-साथ ईडी भी तलाश रही है।
रिमांड पर ईडी की पूछताछ में रोनी मंडल ने अपने बांग्लादेशी सहयोगियों के बारे में भी जानकारी दी है। ईडी ने उसके पास से जब्त मोबाइल नंबर 9007934310 का भी उससे सत्यापन करवाया है। उक्त मोबाइल में ईडी ने 42 ऐसे नंबरों को चिह्नित किया था, जो बांग्लादेश के थे। रिमांड पर रोनी मंडल ने सभी 42 नंबरों के बांग्लादेशी धारकों की जानकारी दी है। उसने बांग्लादेशी लड़कियों की तस्करी के स्रोत की भी जानकारी दी है। उक्त मोबाइल में मनीषा राय का भी नंबर था।
दूसरे आरोपित पिंटू हलधर के मोबाइल में भी मनीषा राय का नंबर मिला। दोनों ने ईडी को पूछताछ में मनीषा राय को बांग्लादेशी लड़कियों की तस्करी का मास्टरमाइंड बताया है। उसने यह भी बताया है कि लड़कियां बांग्लादेश सीमा पार कराई जाती थी, उन्हें लेकर सभी कोलकाता जाते थे। वहां उनके नाम बदले जाते थे और फिर उन्हें फर्जी दस्तावेज के आधार पर भारतीय नागरिकता दिलाकर ये तस्कर कार आदि के माध्यम से झारखंड सीमा में प्रवेश करवाते थे।
ब्यूटी पार्लर में काम दिलाने के नाम पर मनीषा व झुमा ने बांग्लादेश बॉर्डर पार करवाया था लड़कियों को
ईडी को रिमांड पर पूछताछ में यह जानकारी मिली है कि मनीषा राय व झुमा नाम की लड़की को भारत-बांग्लादेश सीमा की बेहतर जानकारी है। बीएसएफ के जवान कहां नहीं रहेंगे, कब कैसे सीमा पार कर बांग्लादेश से भारत की सीमा में प्रवेश करना है, दोनों को बेहतर जानकारी है। दोनों लड़कियां एक-दो लड़की को एक बार में बार्डर पार करवाती थीं और उन्हें कोलकाता भेजती थीं। वहां उन्हें ब्यूटी पार्लर में काम दिलाने का झांसा देकर रांची के होटल, रिसोर्ट में लाया जाता था। इससे पहले उनका फर्जी आधार कार्ड, पहचान पत्र आदि बनता था। इस फर्जीवाड़े में रोनी मंडल, पिंटू हलधर, पिंकी बसु मुखर्जी सहयोग करते थे।
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