Jharkhand: दो पालियों में आज होगी सिविल सेवा बैकलॉग प्रारंभिक परीक्षा, CM कल 2500 युवाओं को सौंपेंगे नियुक्ति पत्र
झारखंड संयुक्त असैनिक सेवा प्रारंभिक प्रतियोगिता (बैकलाग) परीक्षा रविवार को रांची जिले के विभिन्न केंद्रों पर आयोजित होगी। झारखंड लोक सेवा आयोग ने तैयारी पूरी कर ली है। यह परीक्षा दो पालियों में आयोजित होगी। पहली पाली (पूर्वाह्न 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक) में सामान्य अध्ययन के पहले पत्र तथा दूसरी पाली (अपराह्न दो बजे से चार बजे तक) में सामान्य अध्ययन के दूसरे पत्र की परीक्षा होगी।
राज्य ब्यूरो, रांची। झारखंड संयुक्त असैनिक सेवा प्रारंभिक प्रतियोगिता (बैकलाग) परीक्षा रविवार को रांची जिले के विभिन्न केंद्रों पर आयोजित होगी। झारखंड लोक सेवा आयोग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। यह परीक्षा दो पालियों में आयोजित होगी।
पहली पाली (पूर्वाह्न 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक) में सामान्य अध्ययन के पहले पत्र तथा दूसरी पाली (अपराह्न दो बजे से चार बजे तक) में सामान्य अध्ययन के दूसरे पत्र की परीक्षा होगी। यह परीक्षा ओएमआर शीट पर होगी।
दोनों पत्र दो-दो सौ अंकों का होगा, जिसमें प्रत्येक दो सौ अंकों के वस्तुनिष्ठ प्रश्न पूछे जाएंगे। परीक्षा में कदाचार रोकने के लिए केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे तथा जैमर लगाए गए हैं। अभ्यर्थियों के चेहरे की पहचान होगी तथा आयरिश डिटेक्शन भी होगा।
टाना भगत स्टेडियम में होगा सीएम का कार्यक्रम
रांची। राज्य सरकार राज्य के स्थानीय युवाओं को निजी क्षेत्र में 75 प्रतिशत नियोजन सुनिश्चित करने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है। इस कड़ी में मुख्यमंत्री 22 जनवरी को 2500 युवाओं को निजी क्षेत्रों में रोजगार के लिए नियुक्ति पत्र (ऑफर लेटर) सौंपेंगे।
वे रांची के खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में कौशल प्राप्त युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे। इन सभी युवाओं का चयन अरविंद टेक्सटाइल, किशोर एक्सपोर्ट, श्री गणपति क्रिएशन, अर्बन डिजाइन प्राइवेट लिमिटेड, मैट्रिक्स क्लोथिंग, वेलेंसिया अपैरल्स एवं ओरिएंट क्राफ्ट टेक्सटाइल कंपनियों के लिए हुआ है।
बता दें कि इससे पूर्व मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रमंडल स्तरीय रोजगार मेला का आयोजन कर करीब 56 हजार युवाओं को निजी क्षेत्र में ऑफर लेटर प्रदान किया जा चुका है। इधर, रांची के ओरमांझी स्थित कुल्ही गांव में कई टेक्सटाइल उद्योग लगने से इस गांव की तस्वीर बदल गई है।
इन उद्योगों की वजह से महज तीन वर्ष में 10 हजार से अधिक युवाओं को रांची में रोजगार मिला है। यहां स्थित कपड़े की फैक्ट्रियां न सिर्फ लोगों को रोजगार दे रही हैं, बल्कि उन्हें बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करा रही हैं। यहां काम करने वालों में 90 प्रतिशत महिलाएं हैं।बताया जाता है कि दूसरे राज्यों में नियोजित बालिकाओं को कोरोना संक्रमण काल में वापस लाकर रोजगार दिया गया था। उत्तराखंड के नवनिर्मित टनल हादसे से सुरक्षित रेस्क्यू किए गए कुछ श्रमिकों को भी कुल्ही स्थित उद्योगों में रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
कुल्ही इंडस्ट्रियल एरिया में संचालित वस्त्र उद्योग में यहां के हुनरमंद युवाओं और विश्व स्तरीय मशीनों से विश्व विख्यात ब्रांड्स के कपड़े बनाए जा रहे हैं। रांची से पूरे देश एवं यूके, अमेरिका, जर्मनी समेत कई देशों में यहां के बने कपड़ों को एक्सपोर्ट किया जा रहा है।यह भी पढ़ें -Ranchi Land Scam Case: ईडी के जाने के बाद CM आवास से बाहर निकले हेमंत सोरेन, कार्यकर्ताओं से बोले- कोई चोरी नहीं की है
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