Chaibasa sabha Chunav Result: चाईबासा में रिकॉर्ड वोटों से JMM ने दर्ज की जीत, ये है BJP के हारने का मुख्य कारण
पश्चिमी सिंहभूम जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर झामुमो और कांग्रेस के प्रत्याशियों ने एक तरफा जीत हासिल की। किसी भी सीट पर एनडीए प्रत्याशी मुकाबले में नजर नहीं आये। आइएनडीआइए के प्रत्याशियों ने पहले राउंड से जो बढ़त बनायी उसे अंतिम राउंड तक बनाये रखा। जीत के अंतर के हिसाब से देखें तो चाईबासा सीट से झामुमो प्रत्याशी दीपक बिरुवा को ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की है।
सुधीर पांडेय, चाईबासा। झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशी दीपक बिरुवा ने चाईबासा सदर विधानसभा से लगातार चौथी बार जीत दर्ज कर अपना वर्चस्व इस क्षेत्र में बरकरार रखा है। दीपक बिरुवा ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी गीता बालमुचू को 64 हजार 835 मतों के बड़े अंतर से हराया है।
दीपक बिरुवा को इस चुनाव में कुल 1 लाख 7 हजार 367 मत प्राप्त हुए जबकि गीता बालमुचू को मात्र 42 हजार 532 मत मिले। 2019 के विधानसभा चुनाव में दीपक बिरुवा को 69 हजार 485, 2014 में 68 हजार 801 और 2009 में 30 हजार 274 मत मिले थे। इस बार रिकॉर्ड 1 लाख 58 हजार 78 मत प्राप्त हुए हैं।
भाजपा चाईबासा सदर विधानसभा सीट से अंतिम बार 2005 के विधानसभा चुनाव में जीती थी। इस बार भाजपा ने गीता बालमुचू के रूप में महिला प्रत्याशी पर दांव खेला था मगर यह दांव भी यहां फेल हो गया।
राजनीति से जुड़े लोग यह मानकर चल रहे थे कि इस बार चाईबासा सीट पर भाजपा व झामुमो के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी। महिला प्रत्याशी देने का लाभ भाजपा को मिलेगा मगर ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। गीता बालमुचू का प्रदर्शन 2019 में भाजपा के टिकट से चुनाव लड़े जेबी तुबिड से भी खराब रहा।
2019 के चुनाव में जेबी तुबिड़ को 43326 वोट प्राप्त हुए थे जबकि गीता बालमुचू को मात्र 42880 वोट ही मिले हैं। दीपक बिरुवा ने मतगणना शुरू होने के उपरांत राउंड एक से जो बढ़त बनायी वो अंतिम राउंड तक बढ़ती रही। गांवों के साथ-साथ शहरी वोटरों ने भी दीपक बिरुवा के प्रति अपना विश्वास जताया और उन्हें तोहफे में बड़ी जीत दी।
दीपक बिरुवा की जीत के पांच कारण
- आदिवासी जनता के बीच गहरी पैठ।
- झारखंड सरकार में मंत्री बनने से बढ़ा कद।
- आदिवासी हित से जुड़े मुद्दों पर जनता के साथ खड़ा होना।
- मंइयां सम्मान व मुफ्त बिजली योजना।
- सहजता व सरलता के साथ जनता के लिए उपलब्ध रहना।
गीता बालमुचू की हार के पांच कारण
- टिकट मिलने में देरी के कारण नहीं कर पायीं पूरे क्षेत्र का भ्रमण।
- टिकट नहीं मिलने के कारण घर बैठ गये संभावित उम्मीदवार।
- भाजपा नेताओं की ग्रामीण वोटरों पर कमजोर पकड़।
- आदिवासियों के बीच भाजपा पर लगा दीकू पार्टी का तमगा
- कमजोर बूथ प्रबंधन और सांगाठनिक बिखराव
चाईबासा विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम एक नजर में
1. दीपक बिरुवा (झामुमो) - 107367
2. गीता बालमुचू (भाजपा) - 425323. रमेश बालमुचू (निर्दलीय) - 41444. कोमल नीमा सोरेन (एनसीपी) - 16335. कोलंबस हांसदा (झारखंड पार्टी) - 14486. कृष्णा सोय (निर्दलीय) - 11227. संजय देवगम (निर्दलीय) - 11228. तुरी सुंडी (बसपा) - 9479. महेश बिरुवा (निर्दलीय) - 85010. सुरेश चंद्र सोय (भारत आदिवासी पार्टी) - 56211. मंगल सिंह सुंडी (एपीआई) - 396
12. सुभद्रा सिंकू (लोकहित अधिकार पार्टी) - 31313 वीरसिंह हेंब्रम (आरटीआरपी) - 29614. ढाटू हेंब्रम (पीपीआई) - 211नोटा - 2528
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