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Jaganathpur Seat Result: कांटे की टक्कर में BJP को मिली करारी हार, कांग्रेस की जीत ने चौंकाया

झारखंड के पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से मैदान में थी। बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ी गीता कोड़ा को सात हजार से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा। कांग्रेस से विधायक रहे सोनाराम सिंकू ने इस सीट पर जीत दर्ज की है। आगे विस्तार से पढ़िए इस सीट का पूरा अपडेट।

By Mukul Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Sat, 23 Nov 2024 05:29 PM (IST)
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जगन्नाथपुर विधानसभा सीट से मैदान में गीता कोड़ा चुनाव हार गई। फाइल फोटो
डिजिटल डेस्क, रांची। जगन्नाथपुर सीट पर सभी 17 राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है। कांग्रेस के सोनाराम सिंकू सात हजार से ज्यादा वोटों से जीत गए हैं, जबकि बीजेपी की गीता कोड़ा को हार का सामना करना पड़ा। इस सीट पर बहुत ही कांटे का मुकाबला रहा है। 

किसे कितने मिले वोट

बता दें कि कांग्रेस के सोनाराम सिंकू को 57065 मत मिले हैं। उन्होंने 7383 वोटों से जीत दर्ज की है। वहीं, दूसरे नंबर पर रही बीजेपी की गीता कोड़ा को 49682 वोट मिले हैं। वहीं, निर्दलीय मंगल सिंह को 12559 मत मिले हैं। 

इस सीट पर पूर्व मंत्री मधु कोड़ा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। अपनी पत्नी के साथ-साथ एक बार सांसद व दो बार विधायक रहीं भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा को जिताने के लिए मंगलवार की देर रात तक मधु कोड़ा चुनावी गणित बैठाने में लगे हुए थे। लेकिन उनकी पत्नी जीत दर्ज करने में सफल नहीं हो पाई हैं।

यहां गीता कोड़ा की टक्कर उनके अपने ही चेले कांग्रेस से विधायक रहे सोनाराम सिंकू से है। झामुमो और कांग्रेस मिलकर सोनाराम को ताकत देने में लगी है। हालांकि इनकी गणित बिगाड़ने के लिए पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा पैदल ही यात्राएं कर गांवों में माहौल बना रहे हैं।  

मैदान में थे 7 पुरुष प्रत्याशी

यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि जगन्नाथपुर में एक महिला प्रत्याशी के खिलाफ 7 पुरुष प्रत्याशी चुनावी वैतरणी पार लगाने को तैयार खड़े हैं। बतां दे कि पुरे जगन्नाथपुर विधानसभा में एक मात्र महिला प्रत्याशी के रूप में पूर्व सांसद गीता कोड़ा है।

7 अन्य प्रत्याशी में एक वर्तमान विधायक सह आन्दोलनकारी सोनाराम सिंकू हैं तो दूसरा पूर्व विधायक सह झारखंड आंदोलनकारी मंगलसिंह बोबोंगा हैं।

मंगलसिंह बोबोंगा नोवामुंडी प्रखड क्षेत्र के एक मात्र निर्दलीय प्रत्याशी हैं। जो 1985 के दशक में अविभाजित बिहार सरकार के समय पहली बार चुनाव जीत कर विधायक बने थे।

दूसरी बार विधायक बनने के लिए मैदान में उतरे सोनाराम सिंकू

वहीं, कांग्रेस के सोनाराम सिंकू 2019 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ कर जीत विधायक बन चुके हैं और दूसरी बार विधायक बनने के चुनावी मैदान में है। जगन्नाथपुर विधानसभा में ये बात तय है कि मुकाबला त्रिकोणीय है।

विधानसभा चुनाव जीत का सेहरा किसके सर बंधेगा यह सस्पेंस 23 नवम्बर को समाप्त होगा। विदित हो कि 2019 के विधानसभा चुनाव में सोनाराम सिंकू को विधायक बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा सारथी बने थे और सोनाराम सिंकू विधानसभा पहुंच गए।

इस बार राजनीतिक परस्थितियां ठीक इसके विपरित हैं। इस विधानसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा अब अपनी पत्नी सह पूर्व सांसद गीता कोड़ा का सारथी बने हुए है। इसलिए इस विधानसभा का चुनाव परिणाम इतिहास रचने के लिए तैयार है।

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