भारत में हुई Mpox के घातक स्ट्रेन की एंट्री, डॉक्टर ने बताया क्यों है यह खतरनाक और किन्हें है ज्यादा खतरा
पूरी दुनिया में कोहराम मचाने के बाद अब Mpox (Monkeypox Outbreak) का खतरनाक स्ट्रेन Clade-1 भारत में भी पैर पसारने लगा है। यहां बीते दिन केरल में इस संक्रमण के घातक स्ट्रेन के मामले की पुष्टि हुई है। इसके बाद से ही अब भारत में भी इसे लेकर चिंता बढ़ गई है। ऐसे में डॉक्टर बता रहे हैं क्यों खतरनाक है यह स्ट्रेन और किन लोगों के लिए खतरनाक है।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। दुनियाभर में तांडव मचा रहा Mpox भारत में भी अपने पैर पसारने लगा है। पहले यहां सिर्फ दो एमपॉक्स के मामले सामने आए थे, लेकिन यह WHO द्वारा ग्लोबल इमरजेंसी घोषित हुआ स्ट्रेन (Mpox Strain India) नहीं था। हालांकि, बीते दिन सामने आई एक खबर में सभी की चिंता बढ़ा दी है। दरअसल, केरल (Kerala Monkeypox Outbreak) राज्य में UAE से आए एक व्यक्ति में इस संक्रमण के खतरनाक स्ट्रेन Mpox Clade-1 की पुष्टि की गई है। इस मामले के सामने आने के बाद अब मेडिकल विभाग अलर्ट मोड पर है।
यह चिंता का विषय इसलिए है, क्योंकि भारत में सामने आया और पहले से दुनियाभर में कहर बरपा रहा यह स्ट्रेन इस संक्रमण का सबसे घातक प्रकार है। ऐसे में इससे अपना बचाव करना बेहद जरूरी है और इसके लिए इस संक्रमण की सही जानकारी होना भी बहुत जरूरी है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में गुरुग्राम के मैरिंगो एशिया हॉस्पिटल में क्रिटिकल केयर मेडिसिन के सीनियर रजिस्ट्रार डॉ. मुजामिल सुलतान बता रहे हैं इस खतरनाक स्ट्रेन के लक्षण और किन लोगों को है इससे ज्यादा खतरा-
यह भी पढ़ें- क्या आप भी Mpox और स्मॉलपॉक्स में हो जाते हैं कन्फ्यूज? एक्सपर्ट ने बताया कैसे करें दोनों में अंतर
क्यों खतरनाक है Mpox Clade-1?
डॉक्टर बताते हैं कि भारत में Mpox Clade-1 का मामला सामने आना एक चिंता का विषय है, क्योंकि Mpox (मंकीपॉक्स) का एक प्रकार, जिसे घातक माना जाता है वह अब भारत में पाया गया है। एमपॉक्स एक वायरल बीमारी है, जो कई तरीकों से फैल सकती है। यह वायरस निम्न तरीकों से व्यक्ति को अपना शिकार बनाता है-
- त्वचा से त्वचा का संपर्क
- रेस्पिरेटरी ड्रॉपलेट्स
- दूषित वस्तुओं के संपर्क में आना।
एमपॉक्स के लक्षण-
- दाने
- बुखार
- गले में खराश
- लिम्फ नोड्स में सूजन
किन लोगों को है ज्यादा खतरा
यह संक्रमण यूं तो किसी को भी अपना शिकार बना सकता है, लेकिन कुछ लोगों को इसका खतरा ज्यादा (Monkeypox High-risk Groups) है। इन लोगों में ऐसे व्यक्ति जिनकी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो गई है, जो लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित हैं और जो लोग संक्रमित लोगों के साथ लगातार संपर्क में रहते हैं - जैसे हेल्थकेयर प्रोफेशनल आदि शामिल हैं।इन बातों का रखें ध्यान
डॉक्टर बताते हैं कि आमतौर पर इस संक्रमण से संक्रमित ज्यादातर मरीज अपने आप ठीक हो जाते हैं, फिर भी कई बार गंभीर मामले सामने आ सकते हैं, विशेषकर उन लोगों में जो ज्यादा संवेदनशील हैं। ऐसे में इससे बचने के लिए संक्रमित लोगों के संपर्क से बचना, सही साफ-सफाई बनाए रखना और शरीर में कोई भी लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।यह भी पढ़ें- भारत में मिला Mpox के खतरनाक स्ट्रेन का पहला मरीज, 5 प्वाइंट्स में समझें इस वायरस के बारे में