रिलेशनशिप में क्या होता है Phubbing का मतलब, जानें कैसे हंसते-खेलते रिश्तों में दरार डाल देती है यह आदत
कितनी बार ऐसा हुआ है कि आप अपने पार्टनर से दिल की बात शेयर कर रहे हैं और वे सिर्फ फोन की स्क्रीन पर ही फोकस किए हुए हैं? बता दें ये फबिंग (Phubbing) नामक आदत न सिर्फ आपके रिश्ते को कमजोर करती है बल्कि आपके पार्टनर को भी इमोशनली वीक करने का काम करती है। आइए विस्तार से समझते हैं इसके बारे में।
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। राहुल और गीता के रिलेशनशिप (Relationship) को कुछ साल ही हुए थे। गीता ने राहुल से अपनी नई नौकरी के बारे में बात करने का फैसला किया। वो काफी उत्साहित थी और राहुल से अपनी खुशी बांटना चाहती थी, लेकिन जैसे ही उसने बोलना शुरू किया राहुल का ध्यान फोन पर चला गया। वो लगातार नोटिफिकेशन्स चेक कर रहा था और गीता की बातों पर ध्यान नहीं दे रहा था। गीता ने राहुल को कई बार टोका, लेकिन वो अपनी ही दुनिया में खोया हुआ था। ऐसे में, गीता को बहुत दुख पहुंचा और यह रिश्ता भी ज्यादा दिन चल नहीं सका क्योंकि गीता को ये एहसास हो गया (Signs of Phubbing) कि राहुल उसके लिए समय नहीं निकालता है और उसकी जरा भी परवाह नहीं करता है।
बता दें, यह सिर्फ गीता और राहुल के साथ ही नहीं है। ऐसी ही कई कहानियां आप भी अपने आसपास देखते-सुनते होंगे। आजकल लोग अपने पार्टनर से बात करते हुए भी अपने फोन में इतने मशगूल हो जाते हैं कि उन्हें लगता ही नहीं है कि सामने कोई इंसान बैठा है। इस तरह का व्यवहार ही 'फबिंग' (Phubbing In Relationship) कहलाता है। आइए इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं इसके बारे में।
क्या है फबिंग?
फबिंग एक ऐसा शब्द है जो 'फोन' और 'स्नबिंग' शब्दों को मिलाकर बना है। इसका मतलब है किसी व्यक्ति से बात करते हुए उसे नजरअंदाज करना और अपने फोन पर ध्यान केंद्रित करना। ये एक तरह की बैड हैबिट है जो रिश्तों को कमजोर करती है।यह दो शब्दों से मिलकर बना है- फोन + स्नबिंग = फबिंग (स्नबिंग एक अंग्रेजी शब्द है जिसका अर्थ है किसी व्यक्ति को जानबूझकर नजरअंदाज करना या उसकी उपेक्षा करना)
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कब हुआ फबिंग शब्द का पहली बार इस्तेमाल?
साल 2013 में जब लोगों ने देखा कि फोन के चक्कर में अपने साथी को नज़रअंदाज करना कितनी आम बात हो गई है, तो भाषा के जानकारों ने इस नई समस्या के लिए एक शब्द ढूंढना शुरू किया। उन्हें एक ऐसा शब्द चाहिए था जो बता सके कि जब हम किसी से बात कर रहे होते हैं, तब भी फोन में इतने मशगूल हो जाते हैं कि उन्हें इग्नोर कर देते हैं। इस तरह 'फबिंग' शब्द बना। हालांकि, कुछ लोग कहते हैं कि एक विज्ञापन कंपनी ने सबसे पहले इस शब्द का इस्तेमाल किया था।'फबिंग' के शिकार हैं तो क्या करें?
- अगर आपका पार्टनर भी आपके साथ फबिंग कर रहा है, तो आप उनसे खुलकर इस बारें में बात कर सकते हैं। आप कह सकते हैं, "तुझे पता है, कभी-कभी मुझे लगता है कि हम दोनों ही फोन के 'स्लेव' बन गए हैं। क्या तुझे नहीं लगता कि हमें थोड़ा ब्रेक लेना चाहिए? मैं मानता/मानती हूं कि हमें एक-दूसरे को फोन-फ्री टाइम देने का वादा करना चाहिए।"
- आप उन्हें कह सकते हैं, "मुझे पता है कि तुम व्यस्त हो, लेकिन क्या हम थोड़ी देर के लिए फोन बंद करके एक-दूसरे के साथ बातचीत कर सकते हैं? मुझे तुम्हारे साथ समय बिताना काफी अच्छा लगता है और मैं इसे बहुत दिनों से मिस कर रहा/रही हूं।"
- आप हल्का-फुल्का मजाक करके भी उन्हें यह समझा सकते हैं कि आप फोन के बजाय उन पर ध्यान देना चाहते हैं। इसके अलावा जब वे फोन पर न हों, तो उनसे समय बिताने की कोशिश करें। इससे उन्हें यह महसूस होगा कि आप उनकी परवाह करते हैं।