MP में सूपड़ा साफ होने पर कांग्रेस में रार! अजय सिंह ने जीतू पटवारी को घेरा; कमल नाथ-दिग्विजय पर भी उठाए सवाल
MP Politics मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। वहीं पूर्व सीएम अपने गढ़ में भी सीट नहीं बचा सके और पार्टी को वहां भी करारी हार मिली। अब इस शर्मनाक हार के बाद पार्टी में प्रदेश नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खुल गया है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और दोनों पूर्व सीएम को लेकर खुलकर बयान दिया है।
तीनों नेता टारगेट पर
इस समय सबसे ज्यादा चर्चा पूर्व सीएम कमल नाथ, दिग्विजय सिंह और प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की हो रही है। कमल नाथ और दिग्विजय सिंह की लीडरशिप में कांग्रेस विधानसभा चुनाव हारी। वहीं, जब पार्टी में जान फूंकने के लिए आलाकमान ने जीतू पटवारी को प्रदेश की कमान सौंपी तो उनके कार्यकाल में तीन विधायक समेत कई बड़े नेता उन पर आरोप लगाकर भाजपा में शामिल हो गए।पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने तीनों को घेरा
चुरहट से एमएलए और विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह 'राहुल' ने मीडिया से कहा कि जीतू पटवारी के कार्यकाल की समीक्षा होनी चाहिए कि उनके कार्यकाल में बड़ी संख्या में नेताओं ने पार्टी क्यों छोड़ी। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके दामोदर यादव ने भी जीतू पटवारी पर के सिर पर हार का ठीकरा फोड़ा है।कमल नाथ बोले- प्रश्न सिर्फ छिंदवाड़ा की हार का नहीं...
उधर, लोकसभा चुनाव में छिंदवाड़ा में अपने बेटे नकुल नाथ की हार से आहत कमल नाथ ने मीडिया से कहा कि प्रश्न सिर्फ छिंदवाड़ा की हार का नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में हार का है। इसका कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम होना चाहिए। उनका इशारा भी यही है कि प्रदेश में इतनी बड़ी हार की वजह सिर्फ प्रत्याशियों का प्रदर्शन नहीं, बल्कि कुछ और है। वह खुलकर भले ही नहीं बोले पर विधानसभा चुनाव में हार के बाद से अलग-थलग हैं।जीतू बोले- अजय सिंह ने ऐसा नहीं कहा
अजय सिंह 'राहुल' ने ऐसा नहीं कहा है। मेरी इस संबंध में उनसे फोन पर भी बात हुई है। यदि कहा भी है तो वे बड़े भाई हैं। समीक्षा कर हार का कारण जानेंगे और सुधार करेंगे। मेरे काम करने के तरीके पर किसी नेता ने आपत्ति नहीं ली। दुर्व्यवहार की शिकायत नहीं की। जो छोड़कर गए हैं, उन्होंने भी बुराई नहीं की। मुझे 72 दिन का समय मिला। यह जीत लाडली बहना का असर है। विधानसभा चुनाव में भी असर रहा और अभी भी है। - जीतू पटवारी, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, मध्य प्रदेश