'मोदी युग अब खात्मे की ओर, मिलने वाला है बड़ा संदेश', जागरण से खास बातचीत में ऐसा क्यों बोले शरद पवार?
Maharashtra Election 2024 पीएम मोदी के प्रहारों को अपने लिए फायदेमंद होने का कटाक्ष करते हुए शरद पवार आत्मविश्वास जताते हैं कि महाराष्ट्र चुनाव का परिणाम संदेश देगा कि मोदी युग समाप्ति की ओर है। नासिक में अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बीच बुधवार को शरद पवार ने दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर संजय मिश्र से विशेष बातचीत की। ये हैं बातचीत के प्रमुख अंश....
संजय मिश्र, जेएनएन, मुंबई। Maharashtra Election 2024 महाराष्ट्र की राजनीति को दशकों से प्रभावित कर रहे एनसीपी-एसपी के अध्यक्ष शरद पवार के राजनीतिक किले में भले ही भतीजे अजित पवार ने भले ही विभाजन की दीवार खड़ी कर दी है, लेकिन अपनी पुरानी जमीन को फिर पसीने से सींचने का जज्बा इन वयोवृद्ध नेता में साफ दिखाई देता है।
इसमें कोई संदेह नहीं कि कांग्रेस, एनसीपी-एसपी और शिवसेना यूबीटी का महाविकास आघाड़ी गठबंधन सूबे की सत्ता में आने के जो दावे कर रहा है, उसके पीछे 84 वर्षीय पवार का ही पावर माना जा सकता है। प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में प्रदेश की राजनीति की धुरी बने शरद पवार का दावा है कि अंडरकरंट एमवीए के पक्ष में है, जिसका मुकाबला महायुति पैसे से करना चाहता है।
पीएम मोदी के प्रहारों को अपने लिए फायदेमंद होने का कटाक्ष करते हुए शरद पवार आत्मविश्वास जताते हैं कि महाराष्ट्र चुनाव का परिणाम संदेश देगा कि मोदी युग समाप्ति की ओर है। नासिक में अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बीच बुधवार को शरद पवार ने दैनिक जागरण के एसोसिएट एडिटर संजय मिश्र से विशेष बातचीत की। ये हैं बातचीत के प्रमुख अंश....
- सवाल- चुनाव अभियान अपने आखिरी चरण में है, पूरे सूबे में घूम चुके हैं, ऐसे में महाराष्ट्र का चुनावी मिजाज कुछ भांप पाए हैं आप?
जवाब- महाराष्ट्र में पिछले 10 सालों में उद्धव ठाकरे की करीब दो साल की सरकार के अलावा बाकी आठ साल से भाजपा और उसके साथियों के ही हाथ में सत्ता रही है। मगर उनके काम करने की जो पद्धति है, मुझे लगता है कि लोग इससे संतुष्ट नहीं है। अभी कुछ महीने पहले महायुति सरकार ने इसके मद्देनजर ही कुछ सौगातों की घोषणाएं कीं, क्योंकि लोकसभा चुनाव में लोगों ने इन्हें उनकी जगह दिखाते हुए नीचे उतारा था। इसलिए पापुलर प्रोग्राम लेकर लोगों में जाने का उन्हें इस चुनाव में ख्याल आया है। मगर आम लोगों को यह मालूम है कि महायुति का यह चुनावी जुमला है। चुनाव होने के बाद ऐसा कुछ नहीं करेंगे। इसीलिए महाराष्ट्र की जनता का मूड सत्ता परिवर्तन करते हुए हुकूमत को बदलना का बन चुका है।
- सवाल- चर्चा है कि महाविकास आघाड़ी के शीर्ष नेतृत्व के बीच तो आपसी सद्भाव खूब है मगर नीचे कार्यकर्ता के स्तर पर समन्वय कम है। क्या यह सच्चाई है?
जवाब- ऐसा नहीं है। आघाड़ी के सभी दलों के साथी सभी जगह हमारे साथ आ रहे हैं। अभी यहीं देखिए तीनों दलों के नेता-कार्यकर्ता मिलकर काम कर रहे हैं।
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- सवाल- महाराष्ट्र चुनाव के नतीजे चाहे जिस दिशा में जाए, लेकिन कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय राजनीति पर इसका बड़ा असर होगा, आपका क्या आकलन है?
- सवाल- जब चुनाव होता है तो प्रधानमंत्री आप पर आक्रामक हमला करते हैं और सामान्य दिनों में आपकी प्रशंसा करते हैं, इसमें आप दोनों के बीच क्या कोई छुपा-छुपी का खेल है?
- सवाल- आप महाविकास आघाडी की जीत के दावे कर रहे हैं। गठबंधन को कितनी सीटें मिलने जा रही है?
- सवाल- चुनाव में पैसे के बढ़ते प्रभाव पर आप एक ओर चिंता जता रहे मगर परिणाम को लेकर आप आशान्वित हैं, फिर आपकी चिंता कैसी?
- सवाल- महाराष्ट्र एक प्रगतिशील राज्य रहा है मगर यहां ध्रुवीकरण चुनावी विमर्श में मुखर दिख रहा, विशेषकर बंटेंगे तो कटेंगे जैसे विमर्श से क्या आप आपकी परेशानी नहीं बढ़ेगी?
- सवाल- अजित पवार ने दावा किया कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं के साथ पांच साल पहले आपकी राज्य की राजनीतिक सत्ता तय करने के लिए बैठक हुई थी इसमें उद्योगपति गौतम अदाणी भी मौजूद थे। क्या यह सच है?