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CAA के तहत पाकिस्तान के 188 हिंदुओं को मिली भारत की नागरिकता, अमित शाह ने कहा- मुस्लिम भाइयों को भड़काया गया

CAA नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत 188 पाकिस्तानी हिंदुओं को भारत की नागरिकता प्रदान की गई। आहमदाबाद में आयोजित कार्यक्रम में नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंपते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएए को लेकर भ्रम फैलाया गया लेकिन वह स्पष्ट करते हैं कि यह किसी की नागरिकता लेने के लिए नहीं बल्कि नागरिकता देने के लिए है।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sun, 18 Aug 2024 04:15 PM (IST)
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अमित शाह ने अहमदाबाद में 188 पाकिस्तानी हिंदुओं को सौंपा नागिरकता प्रमाण पत्र। (Photo- Internet Media)
आईएएनएस, अहमदाबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को नए नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत अहमदाबाद में 188 पाकिस्तानी हिंदुओं को भारत की नागरिकता प्रदान की। समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार इस अवसर पर बोलते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सरकार पड़ोसी देशों के हिंदू, जैन, बौद्ध और सिखों सहित उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान करने के लिए दृढ़ है और उन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व वाले भारत गुट की तुष्टिकरण की राजनीति की भी आलोचना की।

अमित शाह ने कहा, 'मैं उन परिवारों को बधाई देता हूं जिन्हें नागरिकता मिली। मुझे और भी खुशी है कि यह गुजरात में हो रहा है। सीएए लोगों को उनके अधिकार और न्याय देने की एक पहल है। कांग्रेस पार्टी ने 2014 तक कभी लोगों को उनका अधिकार नहीं दिया। लाखों-करोड़ों लोग अपने अधिकारों के लिए इंतजार करते रहे, लेकिन इंडिया ब्लॉक के तहत उन्हें कभी न्याय नहीं मिला।'

कांग्रेस ने वोट बैंक के लिए नहीं दी नागरिकता: अमित शाह

गौरतलब है कि गुजरात सरकार ने सीएए के तहत अहमदाबाद जिले में अब तक 1,167 लोगों को भारतीय नागरिकता प्रदान की है। सीएए का ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए अमित शाह ने कहा, 'करोड़ों भारतीय धर्म के आधार पर विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सामना किए गए मुद्दों को नहीं भूल सकते।'

अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वोट बैंक को खुश करने के लिए हमारे लोगों को नागरिकता नहीं दी। हमारा इतिहास इसे सदैव याद रखेगा। इन लोगों का क्या कसूर था जो अपनी संपत्ति छोड़कर अपनी बेटियों और पत्नियों को बचाने के लिए यहां आये थे? कानून इन लोगों की सुरक्षा के लिए है। इस कानून से करोड़ों हिंदू, जैन और सिखों को न्याय मिलेगा।

'नागरिकता लेने के लिए नहीं, देने के लिए है सीएए'

उन्होंने मुस्लिम समुदाय के बीच चिंताओं को दूर करने की भी कोशिश की और स्पष्ट करते हुए कहा, 'मैं अपने मुस्लिम भाइयों और बहनों को यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि यह किसी की नागरिकता लेने के लिए नहीं है, बल्कि उन्हें नागरिकता देने के लिए है। पहले भी इस कानून के खिलाफ कई लोगों को भड़काया गया था। किसी को भी अपनी नागरिकता नहीं छोड़नी पड़ेगी। कुछ लोग सिर्फ व्यापक जनता को गुमराह करना चाहते हैं। आपकी नौकरियां, घर और नागरिकता सुरक्षित हैं। यह कानून सिर्फ आपको न्याय दिलाने के लिए है।'

आईएएनएस के अनुसार अमित शाह ने नागरिकता समारोह के अलावा अहमदाबाद और गांधीनगर में लगभग 1,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं शुरू कीं। उन्होंने शहर के बोदकदेव क्षेत्र में अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के ऑक्सीजन पार्क का भी उद्घाटन किया और नागरिकों से पर्यावरण की रक्षा के लिए वृक्षारोपण के राष्ट्रव्यापी अभियान में शामिल होने का आग्रह किया। । शाह ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर जोर देते हुए 100 दिनों में 30 लाख पेड़ लगाने की एएमसी की पहल की सराहना की।