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सेमीकंडक्टर बनाने के लिए भारत-EU में समझौता, ट्रेड एण्ड टेक्नोलॉजी काउंसिल के वर्चुअल बैठक में हुई घोषणा

Trade and Technology Council ईयू के दल का प्रतिनिधित्व एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट वाल्दीस दोमव्रोस्किस और वाइस प्रेसिडेंट वेरा जोरोवा ने किया। सेमीकंडक्टर निर्माण में सहयोग के लिए भारत कई रणनीतिक साझेदार देशों से वार्ता कर रहा है। क्वाड संगठन के तहत भी इस पर बात हो रही है लेकिन किसी रणनीतिक साझेदार के साथ पहली बार भारत ने समझौता किया है।

By Jagran NewsEdited By: Babli KumariUpdated: Fri, 24 Nov 2023 09:29 PM (IST)
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भारत और यूरोपीय संघ के बीच हुआ सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर (फोटो- @EU_Commission)

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। Trade and Technology Council: भारत और यूरोपीय संघ के बीच सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है। इसकी घोषणा शुक्रवार को भारत और यूरोपीय संघ कारोबारन व प्रौद्योगिकी परिषद (टीटीसी) की हुई वर्चुअल बैठक के दौरान की गई है। बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, रेलवे, संचार, सूचना और प्रौद्योगिक मंत्री अश्वनी वैष्णव और उद्योग व वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने भारतीय दल का प्रतिनिधित्व किया।

ईयू के दल का प्रतिनिधित्व एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट वाल्दीस दोमव्रोस्किस और वाइस प्रेसिडेंट वेरा जोरोवा ने किया। सेमीकंडक्टर निर्माण में सहयोग के लिए भारत कई रणनीतिक साझेदार देशों से वार्ता कर रहा है। क्वाड संगठन के तहत भी इस पर बात हो रही है लेकिन किसी रणनीतिक साझेदार के साथ पहली बार भारत ने समझौता किया है।

भारत और EU सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पर साझा करेंगे अनुभव 

इसके बारे में बताया गया है कि भारत और इयू सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम पर अपने अनुभव साझा करेंगे, विश्विवद्यालयों, संगठनों व उद्योग जगत के बीच सहयोग स्थापित करेंगे और सेमीकंडक्टर उद्योग से जुड़ी प्रतिभाओं को प्रसिक्षित करने में एक दूसरे की मदद करेंगे।टीटीसी का गठन अप्रैल, 2022 में पीएम नरेन्द्र मोदी और इयू की प्रेसिडेंट उर्सूुला वोन लेयेन के बीच हुई शीर्षस्तरीय बैठक में किया गया था।

इसकी पहली बैठक ब्रुसेल्स में मई, 2023 में हुई थी। छह महीने में दूसरी बैठक हुई है और एक अहम समझौते पर हस्ताक्षर हुआ है जो बताता है कि दोनो पक्ष प्रौद्योगिकी क्षेत्र में सहयोग को लेकर काफी तवज्जो दे रहे हैं। टीटीसी के तहत कई कार्य दल का गठन कर रखा है। कार्य दल ने भारत और इयू के बीच प्रौद्योगिकी सहयोग के लिए एक रोडमैप भी बनाया गया है।

सेमीकंडक्टर के बाद अब इन सहयोग को लेकर हो रही है बात

सेमीकंडक्टर के बाद अब उच्च क्षमता वाले कंप्यूटर, इवी बैट्री जैसे अत्याधुनिक उद्योग में सहयोग को लेकर विमर्श चल रहा है। दोनो तरफ से अत्याधुनिक उद्योग में व्यवहारिक परियोजनाओं का चयन किया जा रहा है जिस पर तेजी से अमल किया जा सके। सेमीकंडक्टर में किये गये समझौते के मुताबिक दोनो तरफ से देखा जाएगा कि किस तरह से इससे जुड़े सैकड़ों अलग-अलग उपकरणों के निर्माण में एक साझी रणनीति बनाई जाए।

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