Live Updates: PM ट्रूडो के बयान पर भारत का एक्शन, कनाडा के उच्चायुक्त को पांच दिन के अंदर देश छोड़ने का आदेश
High Commissioner of Canada Summoned भारत ने कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके को तलब किया। भारत ने कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने का फैसला भी लिया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत में कनाडा के उच्चायुक्त को आज तलब किया गया और भारत में स्थित एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के भारत सरकार के फैसले के बारे में सूचित किया गया।
By Piyush KumarEdited By: Piyush KumarUpdated: Tue, 19 Sep 2023 06:49 PM (IST)
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारत और कनाडा के बीच रिश्तों में तल्खियां बढ़ चुकी है। खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत के खिलाफ बयान दिया। इसके अलावा, हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ बताकर कनाडा ने भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया है।
मंगलवार को भारत ने भी कनाडा सरकार को करारा जवाब दिया। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा,"पीएम ट्रूडो आरोप निराधार हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम द्वारा दिए गए ऐसे बयान खालिस्तानी आतंकवादियों और चरमपंथियों से ध्यान हटाने की एक कोशिश है, जिसे कनाडा में आश्रय मिलता रहा है।"वहीं, मंगलवार सुबह भारत ने कनाडा के उच्चायुक्त कैमरून मैके को तलब किया। भारत के कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने का फैसला भी लिया गया है।
अमेरिका ने मामले पर दी प्रतिक्रिया
भारत-कनाडा के बीच इस मामले पर अब अमेरिका का भी बयान सामने आया है। समाचार एजेंसी रायटर्स ने अमेरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी का हवाला देते हुए कहा कि अमेरिका इस मामले की करीबी से निगरानी कर रहा है। अधिकारी ने बताया कि हम (अमेरिका) निज्जर की हत्या पर कनाडा से संपर्क में हैं। उन्होंने भारत से अनुरोध किया कि जांच में सहयोग करें।
कनाडा के उच्च राजनयिक हुए निष्कासित
विदेश मंत्रालय ने कहा,"भारत में कनाडा के उच्चायुक्त को आज तलब किया गया और भारत में स्थित एक वरिष्ठ कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के भारत सरकार के फैसले के बारे में सूचित किया गया।#WATCH | Canadian High Commissioner to India, Cameron MacKay leaves from the MEA headquarters at South Block, New Delhi. pic.twitter.com/zFAaTFfeAP
— ANI (@ANI) September 19, 2023
विदेश मंत्रालय ने आगे कहा,"संबंधित राजनयिक को अगले पांच दिनों के भीतर भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।" यह निर्णय हमारे आंतरिक मामलों में कनाडाई राजनयिकों के हस्तक्षेप और भारत विरोधी गतिविधियों में उनकी भागीदारी पर भारत सरकार की बढ़ती चिंता को दर्शाता है।"