खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप डल्ला की कनाडा में गिरफ्तारी कैसे हुई? पढ़ें इसके पीछे की इनसाइट स्टोरी
हरदीप सिंह निज्जर के सहयोगी खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप डल्ला को पिछले महीने अज्ञात निशानेबाजों के साथ मुठभेड़ में घायल होने के बाद कनाडा में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। 28 अक्टूबर को हॉल्टन में हुए शूटआउट में डल्ला को दो गोलियां लगी थीं। उसके दाहिने बाइसेप में गोली लगी थी और इसके बाद उसको अस्पताल में भर्ती किया गया था।
जागरण डेस्क, नई दिल्ली। हरदीप सिंह निज्जर के सहयोगी खालिस्तानी आतंकवादी अर्शदीप डल्ला को पिछले महीने अज्ञात निशानेबाजों के साथ मुठभेड़ में घायल होने के बाद कनाडा में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। 28 अक्टूबर को हॉल्टन में हुए शूटआउट में डल्ला को दो गोलियां लगी थीं। उसके दाहिने बाइसेप में गोली लगी थी और इसके बाद उसको अस्पताल में भर्ती किया गया था।
शूटआउट के बाद जब पुलिस ने उसकी कार और घर की तलाशी ली और तो उसके पास से अवैध हथियार पाए गए तो इसके बाद डल्ला को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, कनाडा में आतंकी अर्शदीप डल्ला की गिरफ्तारी के बाद उसके साथी गुरजंट सिंह उर्फ जंटा को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
अर्शदीप डल्ला ने पुलिस को बताई ये बात
28 अक्टूबर को अर्शदीप डल्ला और गुरजंत सिंह जंटा पर अज्ञात लोगों ने हमला किया था। जांच एजेंसियों ने कहा कि अर्शदीप ने दावा किया कि एक अज्ञात वाहन उसका पीछा कर रहा था और गलती से उसके वाहन में गोली चल गई। पुलिस ने बताया कि तलाशी में कार से दो खोल भी मिले, जिससे पता चलता है कि डल्ला और जंटा ने भी जवाबी गोलीबारी की थी। साथ ही एसयूवी के ड्राइवर की तरफ और सामने की खिड़की पर गोलियों के निशान पाए गए।घटना के एक दिन बाद, पुलिस ने उनके घर की तलाशी ली और उसके पास से एक टॉरस 9 मिमी हैंडगन मिली, जिसे एक बैकपैक में डाला गया था। पुलिस को बंदूक की तिजोरी में एक राइफल, एक बंदूक और दो उच्च क्षमता वाली मैगजीन भी मिलीं। एक मैगजीन 15 राउंड गोलियां रखने में सक्षम थी, जबकि दूसरी बंदूक में 35 गोलियां रखने में सक्षम थी।
यूएपीए के तहत मामले दर्ज
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि 28 वर्षीय डल्ला अपनी पत्नी के साथ कनाडा के सरे में रहता है। वह कथित तौर पर जबरन वसूली, हत्या और अन्य आतंक से जुड़ी गतिविधियों के कई मामलों में शामिल है और उसके खिलाफ यूएपीए के तहत मामले दर्ज हैं। पंजाब पुलिस की ओर से उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया है।दल्ला ने एक फेसबुक पोस्ट में पंजाब के जगरांव के इलेक्ट्रीशियन परमजीत सिंह की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। उसके साथियों ने नवंबर 2020 में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी मनोहर लाल की गोली मारकर हत्या कर दी थी। वह डेरा सच्चा सौदा के एक अन्य अनुयायी शक्ति सिंह के अपहरण और हत्या की साजिश रचने में भी शामिल था।