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'पिछली सरकारों ने वोट बैंक की राजनीति की', पीएम मोदी बोले- आज घरों में भी असुरक्षित महसूस करते हैं आतंकी

PM Modi प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पिछली सरकारों ने वोट बैंक की राजनीति कि लेकिन उनकी सरकार ने केवल जन-विश्वास जीतने का काम किया है। पीएम ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति से सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ कि देश में असमानता का दायरा बढ़ता गया। पढ़ें और उन्होंने क्या-क्या कहा।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 16 Nov 2024 11:52 PM (IST)
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पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने लोगों का विश्वास जीतने का काम किया है। (File Image)
पीटीआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि पहले की सरकारें वोट बैंक की राजनीति के अनुरूप नीतियां बनाती थीं, जबकि मौजूदा सरकार ने लोगों का दिल जीता। हमारी सरकार का उद्देश्य वोट बैंक की राजनीति से कोसों दूर है और यह जनता की, जनता द्वारा और जनता के लिए प्रगति के मंत्र के साथ आगे बढ़ रही है। हमारा लक्ष्य भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है और भारत के लोगों ने हम पर विश्वास किया है।

एक मीडिया हाउस के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों द्वारा की गई वोट बैंक की राजनीति से सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ कि देश में असमानता का दायरा बढ़ता गया। पिछली सदी के अंतिम दशक के उस दौर को याद करते हुए, जब भारत में 10 साल में पांच चुनाव होते थे, मोदी ने कहा कि देश में बहुत अस्थिरता थी।

हमने सरकार में लोगों का विश्वास बहाल किया: मोदी

उन्होंने कहा, 'विशेषज्ञों और मीडिया ने भविष्यवाणी की थी कि अब इसकी आदत डाल लेनी चाहिए। अब सब कुछ ऐसे ही चलेगा। लेकिन भारत के नागरिकों ने एक बार फिर ऐसे विशेषज्ञों को गलत साबित कर दिया है।' उन्होंने कहा कि अनिश्चितता और अस्थिरता पर दुनिया भर में चर्चा हो रही है और कई देशों में हर चुनाव के बाद सरकारें बदल जाती हैं, लेकिन भारत में लोगों ने तीसरी बार हमारी सरकार चुनी है। यह देश के लोगों का हम पर विश्वास ही तो है। हमने सरकार में लोगों का विश्वास बहाल किया।

उन्होंने कहा कि भारतीय समाज अब अभूतपूर्व आकांक्षाओं से भरा है और हमने इन आकांक्षाओं को अपनी नीतियों का आधार बनाया है। यह सदी भारत की है। पिछले 10 वर्ष में देश में हुए परिवर्तनों ने नागरिकों के बीच जोखिम लेने की संस्कृति को फिर से जागृत किया है। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता से पहले और बाद में भारत को जिस शक्ति ने दिशा दी है वह आम नागरिक की दृढ़ता। जब अंग्रेज चले गए तो कई लोगों को भारत के भविष्य पर संदेह था।

गिनाई सरकार की उपलब्धियां

उन्होंने कहा, 'आपातकाल के दौरान लोगों को डर था कि लोकतंत्र हमेशा के लिए खत्म हो गया है। कुछ संस्थानों और व्यक्तियों ने शासन के सामने आत्मसमर्पण कर दिया, लेकिन नागरिक दृढ़ रहे और लोकतंत्र फिर तेजी से बहाल हुआ। इसी तरह, भारत के नागरिकों ने कोविड-19 महामारी से लड़ने में असाधारण संकल्प दिखाया।'

वर्तमान सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में देश का केंद्रीय बजट करीब 16 लाख करोड़ रुपये था और आज यह 48 लाख करोड़ रुपये है। पूंजीगत व्यय जोकि 2013-14 में लगभग 2.50 लाख करोड़ था, अब 11 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। यह सड़कों, रेलवे, अनुसंधान सुविधाओं और अन्य सार्वजनिक बुनियादी ढांचे पर खर्च किया जा रहा है। सरकार का दृष्टिकोण लोगों के लिए अधिक खर्च करना है। जनता का पैसा भी बचाया जा रहा है।

'स्टार्टअप इकोसिस्टम को दे रहे हैं बढ़ावा'

पीएम मोदी ने कहा, 'अब भारत के युवा एक स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा दे रहे हैं। 1.25 लाख से अधिक पंजीकृत स्टार्टअप अर्थव्यवस्था को आकार दे रहे हैं। आज, लगभग 10 करोड़ महिला उद्यमी यानी लखपति दीदी देशभर के गांवों में व्यवसाय चला रही हैं।' मोदी ने कहा कि एक वक्त था जब एलपीजी गैस कई लोगों के लिए सपना था और सरकार इस मुद्दे पर बहस किया करती थी। हमारी सरकार ने प्रत्येक घर में गैस कनेक्शन देने को प्राथमिकता दी। 2014 में 14 करोड़ गैस कनेक्शन थे और आज 30 करोड़ से ज्यादा गैस कनेक्शन हैं। अब हम कभी गैस की कमी के बारे में नहीं सुनते हैं।

'अब अपने ही घरों में असुरक्षित महसूस कर रहे हैं आतंकी'

मुंबई में 26/11 के आतंकी हमलों को याद करते हुए मोदी ने कहा कि अब समय बदल गया है और आतंकवादी अपने घरों में ही असुरक्षित महसूस करते हैं। पिछली सरकारों के समय आतंकवाद के कारण भारत के लोग असुरक्षित महसूस करते थे। मोदी ने कहा कि उन्होंने कार्यक्रम में आयोजित एक प्रदर्शनी में 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले पर रिपोर्ट देखीं। प्रदर्शनी में उन्होंने कश्मीर के भारत में विलय की पुरानी खबरें देखीं और उन्हें वैसा ही उत्साह महसूस हुआ जैसा देश के लोगों ने अक्टूबर 1947 में महसूस किया था।

उन्होंने कहा, 'उस क्षण मुझे एहसास हुआ कि कैसे अनिर्णय की स्थितियों ने सात दशक तक कश्मीर को हिंसा में घेरकर रखा।' मोदी ने कहा कि यह खुशी की बात है कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर चुनाव में हुए रिकॉर्ड मतदान की खबरें अखबारों में खूब छप रही हैं। यहां शुक्रवार को आयोजित प्रथम बोडोलैंड महोत्सव का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह एक बड़ी उपलब्धि है कि लोग पांच दशक के बाद हिंसा छोड़ चुके हैं और दिल्ली में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2020 के बोडो शांति समझौते के बाद लोगों का जीवन बदल गया है।