न फोन चोरी होने का डर, न फ्रॉड की टेंशन... बड़े कमाल का है संचार साथी एप; 10 Points
टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने संचार साथी एप को हर फोन में अनिवार्य कर दिया है, जिसका उद्देश्य साइबर सुरक्षा को बढ़ाना है। विपक्ष इसे जासूसी का तरीका बता रहा है। यह एप IMEI नंबर के माध्यम से फोन के चोरी होने का पता लगाता है और यूजर्स को फ्रॉड से बचाता है। इसके द्वारा चोरी हुए फोन को ब्लॉक किया जा सकता है और फर्जी सिम कनेक्शन को बंद किया जा सकता है।

सरकार का कहना है कि ये कदम साइबर सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। टेलीकॉम डिपार्टमेंट ने भारत में बिकने वाले हर फोन में संचार साथी एप को अनिवार्य कर दिया है। इसके लिए मोबाइल निर्माता कंपनियों को 90 दिन की डेडलाइन दी गई है। सरकार का कहना है कि ये कदम साइबर सुरक्षा को ध्यान में रखकर लिया गया है, लेकिन विपक्ष इसे नागरिकों के फोन पर नजर रखने का तरीका बता रहा है।
अभी संचार साथी एप डाउनलोड करना पूरी तरह ऑप्शनल है। इसे गूगल प्ले स्टोर और एपल एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। लेकिन सरकार इसे अनिवार्य बनाना चाहती है। अगर आप इस एप के फायदे सुनेंगे, तो चौंक जाएंगे। एप इंस्टॉल करने के बाद आपको न तो साइबर फ्रॉड की टेंशन लेनी है और न ही फोन चोरी होने का डर रहेगा। 10 पॉइंट में समझिए इसकी खासियत...
- संचार साथी 2023 में एक वेब पोर्टल के रूप में लॉन्च हुआ था। पोर्टल को मिले बेहतर रिस्पॉन्स के बाद 17 जनवरी 2025 को इसका एप लॉन्च कर दिया गया। एप को भी लोगों का जबरदस्त रिस्पॉन्स मिला। कुछ ही समय में इसके 5 करोड़ से ज्यादा डाउनलोड हो गए।
- एप ओपन करने पर आपको मोबाइल नंबर और ओटीपी के जरिए लॉगिन करना होता है। ये एप आपके IMEI को DoT की CEIR सिस्टम से मैच करता है। इसके जरिए चेक किया जा सकता है कि फोन चोरी का तो नहीं है।
- CEIR एक सेंट्रल डेटाबेस हैं। इस वक्त देश में जितने भी फोन हैं, सभी का IMEI नंबर CEIR पर रजिस्टर है। संचार साथी भी CEIR के सर्वर के कनेक्ट है। इस कारण फोन से जुड़ी कोई भी गड़बड़ी तुरंत पकड़ में आ जाती है।
- अगर कभी आपका फोन चोरी हो जाए, संचार साथी एप के जरिए आप उसे तुरंत ही बंद करवा सकते हैं। इससे आपका डेटा और पैसे सब कुछ सुरक्षित रहता है।
- कई बार आपको अलग-अलग नंबरों से फोन आते हैं, जिसमें कोई बैंक कर्मचारी, कूरियर कंपनी का प्रतिनिधि बनकर आपको ठगने की कोशिश करता है। इन ठगी वाले नंबरों की शिकायत तुरंत संचार साथी एप पर की जा सकती है।
- सेकेंड हैंड फोन खरीदने वालों के लिए भी संचार साथी एप कमाल का है। जो भी सेकेंड हैंड फोन आप खरीद रहे हैं, उसका IMEI नंबर इस एप पर डालें और यह तुरंत बता देगा कि फोन चोरी का है या ब्लैकलिस्टेड है या वैलिड है।
- कई बार दूसरे लोग भी आपकी आईडी पर सिम निकलवा लेते हैं और आपको पता भी नहीं चलता। संचार साथी एप से अब तक 3 करोड से ज्यादा फर्जी सिम कनेक्शन बंद किए जा चुके हैं।
- संचार साथी एप के कारण ही अब तक 7 लाख से ज्यादा चोरी या खोए हुए फोन वापस मिल चुके हैं। इतना ही नहीं, करीब 37 लाख फोन को ब्लॉक भी किया जा चुका है।
- सरकार का निर्देश है कि देश में बिकने वाले हर फोन में संचार साथी एप प्री-इंस्टॉल रहे। कोई भी यूजर इस एप को डिसेबल नहीं कर सकता।
- पुराने फोन में भी सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिए इस एप को इंस्टॉल करने का निर्देश दिया गया है।

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