कनाडा के आतंकियों से अमेरिका भी परेशान, एक्शन की तैयारी में ट्रंप; US अधिकारी ने ट्रूडो को सुनाया
कनाडा के आतंकियों का भारत ही नहीं अमेरिका को भी डर सता रहा है। ट्रंप प्रशासन ने पदभार संभालने से पहले ही आतंकियों के मुद्दे पर कनाडा के खिलाफ सख्ती का संकेत दे दिया है। अमेरिका के सीमा मामलों के नवनियुक्त प्रमुख टॉम होमन ने ट्रूडो का नाम लेकर कहा है कि उन्होंने सीमा सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया है।
जेएनएन, नई दिल्ली। भारत ही नहीं, अमेरिका को भी कनाडा के आतंकियों का खतरा सता रहा है। अमेरिका के सीमा मामलों के नवनियुक्त प्रमुख टॉम होमन मानते हैं कि अमेरिका के साथ कनाडा की सीमाएं असुरक्षित हैं। उन्होंने आशंका जताई है कि आतंकी कनाडा सीमा से अमेरिका में घुस सकते हैं।
होमन ने कहा कि जस्टिन ट्रूडो प्रशासन ने सीमा सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया है। गौरतलब है कि भारत कनाडा से अपनी सुरक्षा को खतरे का मुद्दा उठाता रहा है। भारत ने बार- बार कहा है कि जस्टिन ट्रूडो प्रशासन खालिस्तानी आतंकियों पर नकेल नहीं कस रहा है। कनाडा खालिस्तानी आतंकियों का सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है।
'कनाडा को आतंकियों का प्रवेश द्वार नहीं बनने दे सकते'
टॉम होमन ने कहा कि कनाडा को आतंकियों का प्रवेश द्वार बनने नहीं दिया जा सकता। उत्तरी सीमा की सुरक्षा और मजबूत करना ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकता होगी। कनाडा से बढ़ती मानव तस्करी गतिविधि पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
(ट्रंप ने टॉम होमन को सीमा मामलों का प्रमुख बनाया है। File Image)
वाटरटाउन, न्यूयार्क में 7 न्यूज के साथ साक्षात्कार में होमन ने संकेत दिया कि सीमा सुरक्षा ट्रंप के एजेंडे में शीर्ष पर है। उन्होंने अमेरिका में अब तक का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान शुरू करने की प्रतिबद्धता जताई। होमन ने यह भी कहा कि कनाडा की सीमा सुरक्षा कमजोर है, जिससे यह अवैध अप्रवासियों का प्रवेश द्वार बन गया है। इस रास्ते उन देशों के लोग भी अमेरिका में घुसते हैं, जो आतंकवाद का केंद्र हैं।