Vinesh Phogat ने साक्षी मलिक के दावों पर आखिरकार तोड़ी चुप्पी, बोलीं- यह लड़ाई कमजोर नहीं हो सकती
भारत की ओलंपिक मेडल विजेता पहलवान साक्षी मलिक ने अपनी आत्मकथा विटनेस में कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं। साक्षी मलिक ने भारतीय पहलवानों के बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ किए प्रदर्शन के बारे में अपना दृष्टिकोण बयां किया जिस पर विनेश फोगाट ने प्रतिक्रिया दी है। विनेश ने कहा कि जब तक हम जिंदा हैं यह लड़ाई कमजोर नहीं हो सकती है।
प्रेट्र, नई दिल्ली। भारत की महिला पहलवान और कांग्रेस विधायक विनेश फोगाट ने मंगलवार को साक्षी मलिक के उन दावों पर असहमति जताई कि एशियाई खेलों के ट्रायल से छूट लेने के उनके और बजरंग पूनिया के निर्णय से बृजभूषण शरण सिंह के विरुद्ध उनका प्रदर्शन कमजोर पड़ा।
साक्षी ने अपनी पुस्तक 'विटनेस' ने लिखा है कि विनेश और बजरंग के निर्णय से पहलवानों का आंदोलन 'स्वार्थपूर्ण' लगने लगा। इस पर विनेश ने मंगलवार को कहा, ''यह उनकी निजी राय है। मैं इससे सहमत नहीं हूं। जब तक मैं कमजोर नहीं हूं, लड़ाई कमजोर नहीं हो सकती।''विनेश ने कहा, ''यह मेरा मानना है। जब तक साक्षी, विनेश और बजरंग जिंदा है, यह लड़ाई कमजोर नहीं हो सकती। जिन्हें जीतना है, उन्हें कभी कमजोर नहीं होना चाहिए। उन्हें हमेशा मैदान पर डटकर लड़ना चाहिए। हम आगे की लड़ाई के लिए भी तैयार हैं।''
#WATCH | On Sakshi Malik's statement "People close to Vinesh and Bajrang started filling their minds with greed", Congress MLA, Vinesh Phogat says, "...Greed for what? You should ask her (Sakshi Malik). If speaking for the sisters is greed, I have this greed and this is good. If… pic.twitter.com/YM3XnVCryx
— ANI (@ANI) October 22, 2024
साक्षी ने किताब में बताया कि जब बजरंग और विनेश के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू किया तो उनके विरोध प्रदर्शन में दरार आने लगी थी। विनेश और बजरंग के साथ ही साक्षी ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृजभूषण पर कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों के साथ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और मामला दिल्ली की अदालत में चल रहा है।
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डब्ल्यूएफआई के निलंबन के बाद कुश्ती का प्रशासन संभालने वाली एड-हॉक समिति ने बजरंग और विनेश को 2023 एशियाई खेलों के ट्रायल से छूट दे दी, लेकिन साक्षी ने अपने सहयोगियों के सुझाव के अनुसार मदद नहीं लेने का फैसला किया। जहां साक्षी ने प्रतिस्पर्धा नहीं की, वहीं विनेश फोगाट गेम्स से पहले चोटिल हो गईं। बजरंग पूनिया हांगझू में मेडल जीतने में असफल रहे।
महीनों तक चला विरोध प्रदर्शन 28 मई, 2023 को नए संसद भवन की ओर पहलवानों के मार्च को पुलिस द्वारा रोक दिए जाने के बाद समाप्त हो गया। याद दिला दें कि इस महीने हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया कांग्रेस से जुड़ गए थे। विनेश फोगाट जुलाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़कर विजेता बनीं। वहीं बजरंग पूनिया को राष्ट्रीय किसान ईकाई का अध्यक्ष बनाया गया।
राजनीति में आने से पहले विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक्स में गोल्ड मेडल इवेंट से डिस्क्वालीफाई हो गईं थीं। विनेश फोगाट का वजन ज्यादा था, जिसके कारण वह फाइनल बाउट से डिस्क्वालीफाई हो गईं थीं।यह भी पढ़ें: बबीता फोगाट ने बृजभूषण शरण सिंह को हटाने के लिए रचा था षड्यंत्र, पहलवानों से करवाया प्रदर्शन, साक्षी मलिका का बड़ा खुलासा