मप्र में मुस्लिम वोटों में सेंध लगाने में जुटी एआइएमआइएम, 25 जिलों में निकाय चुनाव की तैयारी
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) की तैयारियां मध्य प्रदेश में तेज हो गई हैं। नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए पार्टी का सदस्यता अभियान जारी है। पार्टी की तैयारी प्रदेश के उन 25 जिलों में चुनाव लड़ने की है जहां मुस्लिम आबादी अधिक है।
By Arun Kumar SinghEdited By: Updated: Sat, 20 Mar 2021 07:30 PM (IST)
मोहम्मद रफीक, भोपाल। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआइएमआइएम) की तैयारियां मध्य प्रदेश में तेज हो गई हैं। नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए पार्टी का सदस्यता अभियान जारी है। पार्टी की तैयारी प्रदेश के उन 25 जिलों में चुनाव लड़ने की है, जहां मुस्लिम आबादी अधिक है। पार्टी के मैदान में आने से मुस्लिम वोटों का बंटवारा तय है। हाल ही में मोबाइल एप के माध्यम से भी सदस्यता अभियान शुरू किया गया है। पार्टी पदाधिकारियों का दावा है कि करीब आठ दिन में एक लाख से अधिक लोगों ने सदस्यता ली है। इंदौर, बुरहानपुर, खंडवा सहित अन्य शहरों में कमेटियों का गठन भी कर दिया गया है। निकाय चुनाव में पार्टी की जीत की संभावनाएं बहुत स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन मुस्लिम वोट हासिल कर सत्ता की दौड़ में शामिल अन्य दलों के समीकरण प्रभावित कर सकती है।
शहर कमेटियों के बाद वार्ड में किया जा रहा कमेटियों का गठन
मालूम हो कि पार्टी के प्रदेश प्रभारी सैयद मिन्हाजउद्दीन ने पिछले दिनों कई शहरों में सर्वे किया था। इस सर्वे में मुस्लिमों का अच्छा समर्थन मिला। इसके बाद निकाय चुनाव की तैयारियों में जुटने के लिए पदाधिकारियों से कहा गया। इस समय सबसे ज्यादा फोकस सदस्यता अभियान को लेकर किया जा रहा है। दो पये शुल्क देकर इसकी सदस्यता ली जा सकती है। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, खंडवा, रतलाम, उज्जैन, खरगोन, सागर, दमोह और ग्वालियर में सदस्यता का काम तेजी से चल रहा है। इसके अलावा करीब 15 दिन पहले सदस्यता के लिए मोबाइल एप भी बनाया गया है। पार्टी के भोपाल जिला अध्यक्ष ताहिर अनवर का दावा है कि इतने कम समय में ही एक लाख से अधिक लोगों ने मोबाइल एप के माध्यम से सदस्यता ली है। इसके मायने यह भी निकाले जा रहे हैं कि मुस्लिम समाज का युवा पुरानी पार्टियों के परंपरागत वोटबैंक के दायरे से बाहर निकल रहा है।
विधानसभा चुनाव की भी तैयारीपार्टी नेताओं का कहना है कि इस निकाय चुनाव में पार्टी का जनाधार बन जाएगा। इससे अगले विधानसभा चुनाव में दावेदारी की जाएगी। यदि सीधे विधानसभा चुनाव में उतरते तो पहचान का संकट रहता। इस चुनाव में इसका समाधान तलाशा जाएगा। ओवैसी की सभाएं भी प्रदेश में कराने की तैयारी है। जिन शहरों में कमेटियों का गठन कर लिया गया है, वहां वार्ड कमेटियां बनाई जा रही हैं।
एआइएमआइएम के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नईम अंसारी ने कहा कि इस समय हमारा पूरा ध्यान सदस्यता अभियान को लेकर है। लोगों का काफी समर्थन मिल रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को प्रदेश के बारे में लगातार जानकारी दी जा रही है।