'एक दिन में तय होगा CM चेहरा', महाराष्ट्र में अगर MVA को मिला बहुमत तो सचिन पायलट ने बता दिया सरकार बनाने का फॉर्मूला
महाराष्ट्र में किसकी सरकार होगी यह शनिवार को तय हो जाएगा। मगर उससे पहले मराठवाड़ा के कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट ने कहा कि अगर गठबंधन को बहुमत मिलता है तो सीएम चेहरा एक दिन में तय हो जाएगा। उन्होंने एग्जिट पोल्स को खारिज कर दिया और कहा कि इनके बारे में मैं जितना कम बोलूंगा उतना ही अच्छा होगा। हम नतीजे के दिन का इंतजार कर रहे हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट का कहना है कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी में सीएम का चेहरा तय करना कोई बड़ा मुद्दा नहीं है। किसे क्या पद मिलेगा... यह तय करने में एक दिन से भी कम समय लगेगा। सचिन पायलट ने एग्जिट पोल को खारिज कर दिया। बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने पायलट को मराठवाड़ा क्षेत्र का प्रभारी बनाया था। उन्होंने महाराष्ट्र और झारखंड में प्रचार भी खूब किया।
हरियाणा एक झटका था
हरियाणा में मिली हार के बाद पार्टी की संभावनाओं पर सचिन पायलट ने कहा कि हरियाणा एक झटका था। बहुत ही चौंकाने वाला था। मगर महाराष्ट्र और झारखंड की एक अलग कहानी है। उन्होंने कहा, "मतदाताओं के बीच महाराष्ट्र में बदलाव की स्पष्ट इच्छा है। इसकी वजह यह है कि डबल इंजन वाली सरकार मतदाताओं की किसी भी उम्मीद पर खरी नहीं उतर रही है।"
सचिन पायलट ने कहा, "हमने जिस तरह प्रचार किया, जिस तरह की गारंटी का वादा किया, हमारे गठबंधन सहयोगी, उम्मीदवारों का चयन... इन्हें अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। मुझे लगता है कि हम महाराष्ट्र में सरकार बदलते देखेंगे।"
'दोनों राज्यों में सरकार बनाने की बेहतर स्थिति'
सचिन पायलट ने कुल 55 जनसभाएं कीं। खास बात यह है कि इनमें से दो दर्जन से अधिक अकेले महाराष्ट्र में जनसभाएं कीं। झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन को जेल भेजने के मामले में पायलट ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों का इस तरह का दुरुपयोग राज्य के मतदाताओं को पसंद नहीं आया है। उन्होंने कहा, ‘‘झारखंड में भाजपा के पास कोई विश्वसनीय चेहरा नहीं है। मुझे लगता है कि दोनों राज्यों में भारत ब्लॉक के सहयोगी दल सरकार बनाने की बेहतर स्थिति में हैं।’’'सरकार को स्थिर और अस्थिर करना हमारा काम नहीं'
अगर दोनों राज्यों में इंडिया ब्लॉक को जीत मिलती है तो इसका केंद्र सरकार पर क्या प्रभाव होगा। इस पर पायलट ने कहा, "सरकार को स्थिर और अस्थिर बनाना हमारा काम नहीं है, बल्कि उनके गठबंधन के भीतर के विरोधाभास ही ऐसा करेंगे। कई मुद्दों पर एनडीए के सहयोगी दल एकमत नहीं हैं। हमने संसद में कई विधेयकों को वापस लिए जाने को देखा है। आम सहमति और चर्चा का अभाव है, जिसकी सत्तारूढ़ गठबंधन को पिछले 10 वर्षों से आदत हो गई है।"
पद गठबंधन में मुद्दा नहीं
सचिन पायलट ने कहा कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में भाजपा की भारी हार हुई। यह महाराष्ट्र के मूड को दर्शाता है और यह जारी रहेगा। जब पायलट से पूछा गया कि क्या बहुमत मिलने पर एमवीए सौहार्दपूर्ण तरीके से सीएम चेहरे पर फैसला कर पाएगा? इस पर उन्होंने कहा, "एमवीए में हर कोई अनुभवी है। शरद पवार कई बार सीएम रहे हैं। उद्धव ठाकरे भी पहले सीएम रह चुके हैं। कांग्रेस की महाराष्ट्र में ऐतिहासिक रूप से मजबूत उपस्थिति रही है। इसलिए तीन बहुत ही परिपक्व दल एक साथ हैं। किसे क्या पद मिलता है, यह बिल्कुल भी मुद्दा नहीं है। बहुमत मिलने के बाद इसे एक दिन में भी सुलक्षा लिया जाएगा।"योगी के बयान पर किया पलटवार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान 'बंटेंगे तो कटेंगे' की सचिन पायलट ने आलोचना की। उन्होंने कहा कि सही सोच वाला व्यक्ति उनके बयान को स्वीकार नहीं करेगा। बांटने की बात उन्हें चुनाव में याद आती है। मैंने नारे का जवाब 'पढ़ोगे तो बढ़ोगे' से दिया है। पायलट ने कहा, "राहुल गांधी ने मोदी जी के 'एक हैं, तो सेफ हैं' नारे का बहुत ही करारा जवाब दिया है। उन्होंने विस्तार से बताया है कि कौन एक है और कौन सेफ है? यह भी पढ़ें: 'वे सच्चे हैं, हम उनके आंदोलन का समर्थन करते हैं,' मणिपुर हिंसा पर क्या बोले CM एन बीरेन सिंह?यह भी पढ़ें: आसाराम ने की सजा को निलंबित करने की मांग, सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात सरकार को जारी किया नोटिस