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अदाणी मुद्दे पर सरकार को घेरने पर विपक्ष का सुर एक मगर ताल अलग, खरगे की बैठक में नहीं पहुंचे TMC नेता

संसद के शीत सत्र पर अदाणी समूह का मुद्दा गर्माया रहेगा। विपक्ष ने बैठक में रणनीति बनाई है कि संयुक्त संसदीय समिति की जांच की मांग की जाएगी। हालांकि महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार से विपक्ष के आपसी रिश्तों में खिंचाव भी दिखने लगा है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बैठक में टीएमसी के नेता नहीं पहुंचे।

By Jagran News Edited By: Ajay Kumar Updated: Mon, 25 Nov 2024 10:00 PM (IST)
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी। ( फोटो- एएनआई)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। महाराष्ट्र की अप्रत्याशित हार के बाद भी अदाणी समूह से जुड़े विवादों को लेकर संसद में मोदी सरकार को घेरने की अपनी रणनीति से विपक्षी आईएनडीआईए गठबंधन पीछे नहीं हटेगा। संसद के शीत सत्र के पहले दिन दोनों सदनों के विपक्षी दलों की नेताओं की बैठक में इस पर व्यापक सहमति बनी किअदाणी मुद्दे की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग के साथ-साथ मणिपुर में करीब डेढ़ साल से जारी हिंसा की गंभीर स्थिति से जुड़े सवालों पर संसद में सरकार से जवाब मांगा जाएगा।

खरगे के बैठक में नहीं पहुंची टीएमसी

अदाणी और मणिपुर मसले को लेकर संसद में सरकार की घेरेबंदी के लिए विपक्षी खेमे के सुर बेशक एक सुनाई दिए मगर महाराष्ट्र के चुनावी नतीजे की छाया आईएनडीआईए गठबंधन के आपसी रिश्तों में खिंचाव के रूप में भी दिखाई पड़ी जब एक प्रमुख सहयोगी तृणमूल कांग्रेस राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की बुलाई बैठक में शामिल नहीं हुई है। वैसे शिवसेना (यूबीटी) भी पहली बैठक में शरीक नहीं हुई मगर इसके पीछे किसी तरह के मंतव्य की आशंका से इनकार किया गया।

टीएमसी ने कांग्रेस पर कसा तंज

खरगे की ओर से संसद में विपक्ष की संयुक्त रणनीति तय करने के लिए बुलाई गई सहयोगी दलों के नेताओं की बैठक में नहीं जाने पर तृणमूल कांग्रेस ने कोई टीका-टिप्पणी नहीं की। मगर मेघालय उपचुनाव में टीएमसी के कांग्रेस से आगे रहने के बहाने इशारों में ही कांग्रेस पर तंज कसने से गुरेज नहीं किया।

मेघालय विधानसभा की एक सीट के उपचुनाव में एनडीए उम्मीदवार की जीत और टीएमसी प्रत्याशी के दूसरे नंबर पर रहने की पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी के एक्स पोस्ट को साझा करते हुए राज्यसभा में टीएमसी के नेता डेरेक ओब्रायन ने यह निशाना साधा। डेरक ने कहा कि टीएमसी उम्मीदवार मेघालय में दूसरे नंबर पर है पर तीसरे पर कौन, इस बारे में काफी कुछ कहा जा चुका है। कुछ सौ वोटों के अंतर की वजह से कांग्रेस उम्मीदवार के तीसरे नंबर पर रहने का स्क्रीनशॉट भी डेरेक ने पोस्ट में साझा किया।

टीएमसी सांसद ने सरकार को घेरा

डेरेक के तंज के बीच तृणमूल राज्यसभा सांसद डोला सेन ने अदाणी पर विपक्ष की जेपीसी की मांग का समर्थन करते हुए सदन स्थगित पर सरकार को घेरा। वैसे तृणमूल और शिवसेना यूबीटी के अलावा साझा रणनीति संबंधी खरगे की बैठक आईएनडीआईए के अन्य तमाम दलों के नेता शामिल हुए और निर्णय लिया गया कि अडाणी समूह में कथित भ्रष्टाचार का मुद्दा बेहद गंभीर है जिस पर जेपीसी का गठन किया जाना जरूरी है।

इसलिए विपक्ष सदन में जेपीसी की मांग करने के साथ मणिपुर हिंसा पर चर्चा कराने और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने जैसे प्रस्तावों पर जोर देगा। इस बैठक में संविधान दिवस के मौके पर मंगलवार को संसद में होने वाले कार्यक्रम में पीएम मोदी के संबोधन की संभावना के मद्देनजर दोनों सदनों में नेता विपक्ष को भी बोलने के लिए आमंत्रित करने के लिए स्पीकर और सभापति को पत्र लिखने पर सहमति बनी। इसके बाद दोनों सदनों के शीर्ष पीठासीन पदाधिकारियों को विपक्षी दलों की ओर से पत्र भी लिखा गया।

खरगे ने एक्स पोस्ट पर क्या लिखा?

आईएनडीआईए नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक्स पर पोस्ट में कहा भी कि संसद सत्र शुरू होने के साथ ही सरकार को सबसे पहले अदाणी प्रकरण पर विस्तृत चर्चा करनी चाहिए, जिसमें वैश्विक स्तर पर भारत की छवि को धूमिल करने की क्षमता है।

इस बैठक में डीएमके नेता टीआर बालू, तिरुचि शिवा, एनसीपीएसपी की सुप्रिया सुले, सपा के रामजी लाल सुमन, आप नेता राघव चड्ढा, माकपा नेता के. राधाकृष्णन, भाकपा के संदोष कुमार और आइयूएमएल के मोहम्मद बशीर, आरएसपी नेता एनके प्रेमचंद्रन, केरल कांग्रेस फ्रांसिस जॉर्ज, राजद के अभय कुमार सिन्हा समेत कई अन्य दलों के नेता भी शामिल हुए।

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