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पंजाब में कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा बने आम आदमी पार्टी के नए अध्यक्ष, इस MLA को भी मिली अहम जिम्मेदारी

Punjab AAP New President पंजाब की आम आदमी पार्टी को आज नया प्रधान मिला है। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स प्लेटफॉर्म पर दी। सीएम भगवंत मान ने पिछले दिनों पंजाब में चार सीटों पर चल रहे उपचुनाव में प्रचार के दौरान प्रधान पद छोड़ने की इच्छा जताई थी।

By Inderpreet Singh Edited By: Prince Sharma Updated: Fri, 22 Nov 2024 02:32 PM (IST)
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पंजाब में आम आदमी पार्टी के नए अध्यक्ष बन सकते हैं अमन अरोड़ा
इंद्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। पंजाब की आम आदमी पार्टी को आज नया प्रधान मिल गया है। कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक्स पर दी है।

सीएम भगवंत मान ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि आज मैंने पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी अपने दो करीबी साथी कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा और विधायक अमनशेर सिंह शैरी कलसी को सौंप दी है।

पार्टी ने फैसला किया है कि अमन अरोड़ा पार्टी अध्यक्ष और शैरी कलसी वर्किंग प्रेसीडेंट के तौर पर काम करेंगे। मुझे अपने दोनों साथियों पर पूरा विश्वास है कि वे आने वाले समय में पार्टी और संगठन को पंजाब में और मजबूत करेंगे और नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे।

ज्ञात हो कि इससे पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान इस पद की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। पिछले दिनों पंजाब में चार सीटों पर चल रहे उपचुनाव में प्रचार के दौरान प्रधान पद छोड़ने की इच्छा जताई थी। तभी से यह अटकलें लगनी शुरू हो गई थी कि पार्टी किसी नए नेता को यह जिम्मेदारी सौंप सकती है।

हिंदू चेहरे पर दांव खेलने की तैयारी

उस दौरान ऐसी चर्चा थी कि पार्टी किसी हिन्दू चेहरे पर यह दांव खेल सकती है। दअरसल पार्टी का हिंदू वोट बैंक खिसक कर भाजपा में चल गया। साल 2022 के विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को 42.06 प्रतिशत वोट मिले जो मात्र दो साल बाद हुए लोकसभा चुनाव में 26.06 प्रतिशत रह गया।

भाजपा जिसने 2022 के विधानसभा चुनाव में 26.06 प्रतिशत वोट शेयर लिया था, का 2024 के लोकसभा चुनाव में वोट शेयर 18 प्रतिशत हो गया।

हालांकि पार्टी को कोई सीट नहीं मिली लेकिन पार्टी अपना ने शहरों में अपना दबदबा कायम कर लिया। हाल ही में हुए उपचुनाव में भी पार्टी ने चारों ग्रामीण क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतार कर इस वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश की है।

आम आदमी पार्टी को लग रहा है कि इस वोट बैंक के खिसकने से उसे शहरी सीटों पर नुकसान हुआ है। यह बदले हुए समीकरण में कांग्रेस के पास चली गई। खास तौर पर लुधियाना, जालंधर, अमृतसर,पटियाला सीटें इन सीटों के अधीन पड़ने वाली अधिकांश विधानसभा सीटें आप के पास है।

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